महिलाएं बिना झिझक शराब खरीद सके इसलिए भारत के इस राज्य में खुलेंगे ‘महिला फ्रेंडली शराब ठेके’
भारत में आपको हर गाँव और शहर में शराब के ठेके या दूकान बड़ी आसानी से मिल जाते हैं. आमतौर पर इन शराब के ठेकों में पुरुषों की भीड़ ही दिखाई देती हैं. ये लोग बड़े ही बिंदास तरीके से शराब की दूकान पर जाते हैं और बिना झिझक अपनी मनपसंद शराब की बोतल ले आते हैं. हालाँकि यही काम यदि किसी महिला को करना पड़ जाए तो उसे बहुत हिम्मत जुटानी पड़ती हैं. समाज में आज भी महिलाओं का शराब पीना आम बात नहीं माना जाता हैं. शराब पीने वाली महिला को पुरुष जैसा हल्के में नहीं लिया जाता हैं. इसलिए जब भी कोई महिला शराब की दूकान पर जाती हैं तो उसे गंदी नजरों से देखा जाता हैं. ऐसे में अधिकतर महिलाएं शराब लाने का काम अपने पुरुष मित्र को ही देती हैं.
हालाँकि भारत के मध्य प्रदेश में एक नई पहल शुरू होने जा रही हैं. टाइम ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार अपने राज्य के कुछ विशेष शहरों में ‘महिला फ्रेंडली शराब ठेका’ खोलने जा रही हैं. इसके पीछे सोच यही हैं कि महिलाएं भी पुरुषों की तरह खुलकर और बिना झिझक के ठेकों पर से शराब खरीद सके. उन्हें ये नहीं सोचना पड़े कि ‘लोग क्या कहेंगे?’.
सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार भोपाल और इंदौर में दो महिला फ्रेंडली शराब के ठेके खोलेगी, वहीं जबलपुर और ग्वालियर में इसकी संख्या एक होगी. इस ठेकों में हाई क्वालिटी विदेशी ब्रांड की शराबें होगी. अधिकतर महिलाओं को यही ब्रांड्स पसंद आते हैं. इन शॉप्स में वे लोकल ब्रांड्स नहीं होंगे जिनका राज्य में रजिस्ट्रेशन नहीं हैं.
एक सरकारी अधिकारी ने टाइम ऑफ़ इंडिया से बातचीत करते हुए बताया कि ‘इन विदेशी ब्रांड्स पर कोई अतिरिक्त कर भी नहीं लगेगा क्योंकि इन्हें विदेश से कर देने के बाद ही लाया जाएगा. इस तरह की शॉप्स से राज्य में महँगी विदेशी शराब का एक नया मार्केट ओपन होगा.’
वाणिज्यिक कर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ICP केशरी कहते हैं कि इन शॉप्स में वे विदेशी ब्रांड्स बेचे जाएंगे जो राज्य में पहले कभी नहीं बेचे गए हैं. रेवेन्यू जनरेट करने के लिए राज्य के शहरों (इंदौर, भोपाल और ग्वालियर) में वाइन फेस्टिवल भी रखे जाएंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में शराब की कीमतों में 15 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो जाएगी. सरकार का लक्ष्य हैं कि इस साल इस प्लानिंग से करीब 2000 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया जाए.
उधर सोशल मीडिया पर जहाँ कुछ लोगो को ये आईडिया पसंद आ रहा हैं तो वहीं कुछ को ये बात हजम नहीं हो रही हैं. वैसे आप लोगो को ये महिला फ्रेंडली शराब के ठेकों का आईडिया कैसा लगा हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताए. क्या आप चाहते हैं कि देश के बाकी राज्यों में भी इस तरह की शॉप्स खुलनी चाहिए? अधिकतर महिलाओं को सामान्य दूकान से शराब खरीदने में बहुत दिक्कत होती हैं. ऐसे में शराब पीने का शौक रखने वाली महिलाओं को सरकार के इस कदम से बड़ी राहत जरूर मिलेगी. इस पूरी प्रक्रिया के पीछे सरकार का लक्ष्य महिलाओं की सुविधा और राज्य का रेवेन्यू बढ़ाना हैं.