मोदी बेहद प्रतिभावान हैं, वैश्विक स्तर पर सोचते हैं और स्थानीय स्तर पर कार्य करते हैं: जस्टिस मिश्रा
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है और मोदी को बहुमुखी प्रतिभा वाला नेता बताया है। सुप्रीम कोर्ट में अंतरराष्ट्रीय न्यायिक सम्मेलन 2020 के उद्घाटन समारोह के दौरान न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी की सोच वैश्विक स्तर की है। न्यायमूर्ति मिश्रा ने इस सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार भी प्रकट किया। मोदी की तारीफ करते हुए न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने कहा कि करीब 1500 ऐसे कानून थे जो कि अप्रचलित हो चुके थे और इन कानूनों को पीएम मोदी और केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर द्वारा खत्म किया गया है। न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने इस सम्मेलन में न्यायिक व्यवस्था पर भी बात की है और न्यायिक व्यवस्था को और मज़बूत करने पर जोर दिया।
सुप्रीम कोर्ट में आयोजित हुए इस सम्मेलन में 20 से भी अधिक देशों के न्यायाधीश आए हैं और इस सम्मेलन का विष्य -‘न्यायपालिका और बदलती दुनिया’ है। इस सम्मेलन की शुरूआत करते हुए जस्टिस मिश्रा ने कहा, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न्यायपालिका के सामने कई सारी चुनौतियां एक जैसी हैं और बदलती दुनिया में न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण है। गरिमापूर्ण मानव अस्तित्व हमारी अहम चिंता है। हम वैश्विक स्तर की सोच रखकर अपने यहां काम करने वाले बहुमुखी प्रतिभा से धनी पीएम नरेंद्र मोदी का उनके प्रेरक भाषण के लिए शुक्रिया अदा करते हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र। जिस तरह से लोकतंत्र देश होने के बाद भी इतनी कामयाबी के साथ हमारे देश में काम होते हैं वो देखकर लोगों को हैरानी है। हम विश्व स्तर पर सोचने वाले है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं। श्री नरेन्द्र मोदी ने हमें प्रेरक विचार प्रदान किए जो कि विचार-विमर्श शुरू करने में उत्प्रेरक के रूप में काम करेंगे।
न्यायिक व्यवस्था को करना है और मजबूत
इस सम्मेलन में इन्होंने न्यायिक प्रणाली को मजबूत करने पर भी जोर देते हुए कहा कि अब हम 21 वीं सदी में हैं। हम केवल आज का ही नहीं बल्कि भविष्य के लिए आधुनिक आधारभूत संरचनाओं के लिए भी देख रहे हैं। आंतकवाद पर बोलते हुए अरुण मिश्रा ने कहा कि आतंकवाद मुख्य मुद्दों में से एक है जिसने हर किसी को प्रभावित किया है।
‘न्यायपालिका और बदलती दुनिया’ विषय पर आयोजित ये इंटरनेशनल ज्यूडिशियल कॉन्फ़्रेंस सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुई थी और इस दौरान कई सारे जज और वकील भी मौजूद थे। न्यायाधीश अरुण मिश्रा सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता में तीसरे स्थान पर आने वाले न्यायमूर्ति है।