सोनभद्र में सोने के भंडार: UP के सोनभद्र जिले में छुपा है 52806 टन सोने का अयस्क
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक ऐसी खबर सामने आई है जो उनके लिए किसी जैकपॉट से कम नहीं है। भूवैज्ञानिकों ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बड़े पैमाने पर सोने के भंडार की खोज की है। यह खोज भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और उत्तर प्रदेश भूविज्ञान एवं खनन निदेशालय द्वारा दो दशकों की खोज के बाद की गई है। अनुमान के मुताबिक, नक्सल प्रभावित सोनभद्र जिले में लगभग 52806 टन सोने का अयस्क है।
जिला खनन अधिकारी केके राय के अनुसार, सरकार इन खानों को खनन के लिए पट्टे पर देने की सोच रही है। पहली बार जीएसआई ने 2005 में दावा किया था कि सोनभद्र में सोने के भंडार मौजूद हैं। दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिले में पहाड़ों के नीचे सोने की खानें मौजूद हैं, जिसकी 2012 में पुष्टि की गई थी। अधिकारियों के अनुसार, सर्वेक्षण के लिए सात सदस्यीय टीम का गठन किया गया है और जल्द ही ब्लॉकों की नीलामी शुरू होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिले के दुद्धी तहसील के महुली गांव में हरदोई गांव और सोनपहाड़ी में सोने की खानें स्थित हैं। लगभग 52806.0 टन सोने का अयस्क हरदी और सोन पहाड़ी में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि टीम द्वारा जियो-टैगिंग प्रक्रिया के पूरा होने के बाद सोने के ब्लॉकों की ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। टीम को 22 फरवरी तक जीएसआई के लखनऊ कार्यालय को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। यहां के स्थानीय आदिवासियों के अनुसार अंग्रेज अफसरों ने भी सोने की खोज में यहां कई बार खुदाई करायी थी। अंग्रेजी अफसरों ने ही इस पहाड़ी का नाम सोना पहाड़ी रखा था। यहां बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना जैसे बहुत सारे खनिज पदार्थ उपलब्ध हैं। इसलिए सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी भी कहा जाता है।
बता दें कि जिस पहाड़ी में सोना मिला है, वो क़रीब 108 हेक्टेयर क्षेत्रफल का इलाका है। सोन की पहाड़ियों में मौजूद तमाम क़ीमती खनिज संपदा होने की वजह से पिछले 15 दिनों से इस इलाक़े का हेलिकॉप्टर से सर्वे भी किया जा रहा है। इसके अलावा, भारत सरकार सोनभद्र के अलावा मध्य प्रदेश के सिंगरौली ज़िले, यूपी के ही बलरामपुर और झारखंड के गढ़वा ज़िले के आंशिक भू-भागों में हेलिकॉप्टर के ज़रिए सर्वे कर रही है।
आपको बता दें कि सोनभद्र उत्तर प्रदेश के 75 जिलों और देश के पिछड़े जिलों में से एक है। यह राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है और बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के साथ इसकी सीमाएं सटी हुई हैं। रिपोर्टों के अनुसार, अधिकारी इस क्षेत्र में यूरेनियम जैसे दुर्लभ खनिजों की संभावना भी तलाश रहे हैं।
जीएसआई ने मीडिया में चल रही अफवाहों का खंडन करते हुए कहा की सोनभद्र से तीन हजार टन नहीं, सिर्फ 160 किलो औसत दर्जे का सोना मिलने की संभावना है. जीएसआई की सफाई के साथ उन तमाम खबरों पर भी ब्रेक लग गया, जिसमें पिछले एक हफ्ते से सोनभद्र में भारी पैमाने पर सोना मिलने का दावा किया जाता रहा है.