महाशिवरात्रि: शिव मंदिर में ये 7 गलतियां करना पड़ता हैं भारी, भोलेनाथ क्रोधित होकर देते हैं दंड
महाशिवरात्रि का महापर्व अत्यंत शुभ माना जाता हैं. ऐसी मान्यता हैं कि इस दिन शिवजी के मंदिर जाकर भगवान से जो कुछ भी मांगो वो पूर्ण हो जाता हैं. यही वजह हैं कि शिव भक्त महाशिवरात्रि पर बड़ी तादाद में शिव मंदिर जाते हैं. वैसे तो भक्तों का मंदिर में जाते समय मन सकारात्मक ही होता हैं लेकिन फिर भी कई बार जाने अंजाने में कुछ गलतियाँ भी हो जाती हैं. हालाँकि महाशिवरात्रि पर शिव मंदिर में की गई ऐसी गलती आपको बहुत भारी पड़ सकती हैं. ऐसे में आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से आपको हर हाल में बचना हैं.
1. गलत परिक्रमा
किसी भी मंदिर में भगवान की परिक्रमा करना शुभ माना जाता हैं. ऐसे में शिव मंदिर में परिक्रमा करने का तरीका थोड़ा लाग होता हैं. यहाँ आपको आधिक परिक्रमा लगा वापस लौटना होता हैं. अर्थात इस परिक्रमा को गोलाकार में पूर्ण नहीं किया जाता हैं. शिवलिंग के बाईं ओर से आपको परिक्रमा शुरू करना चाहिए और वहां तक जाना चाहिए जहाँ से शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल बाहर बहता हैं. इसके बाद वहां से लौट जाए और पुनः विपरीत दिशा में चलते हुए जलाधारी के दुसरे सिरे तक आकर परिक्रमा पूर्ण करे.
2. जल निकास के ऊपर से निकलना
शिवलिंग पर चढ़ा जल जहाँ से निकलता हैं उसे कभी भी लांघना नहीं चाहिए. ये स्थान ऊर्जा और शक्ति से लबालब रहता हैं. इसे लांगने पर आपको वीर्य या रज से जुड़ी शारीरिक समस्याएं आ सकती हैं.
3. शिवलिंग के ऊपर प्रसाद
शिवजी के सामने जब भी प्रसाद अर्पित करे तो उसे शिवलिंग के ऊपर ना रखे. इस स्थिति में भोलेनाथ प्रसाद ग्रहण नहीं करते हैं बल्कि उल्टा आपको पूजा दोष लग जाता हैं.
4. शंख बजाना
शिव पूजा के दौरान शंख भूलकर भी नहीं बजाना चाहिए. इससे भोलेनाथ नाराज हो जाते हैं. ऐसी मान्यता हैं कि शिवजी ने शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया था. शंख इसी राक्षस का अंश हैं. इसलिए इसे शिव पूजा में बजने पर भोलेबाबा नाराज हो जाते हैं.
5. शाम को जल चढ़ाना
शिवलिंग के ऊपर जल हमेशा सुबह सुबह ही चढ़ाया जाता हैं. शाम के समय जल चढ़ाना उचित नहीं माना जाता हैं. इसलिए आप ये गलती ना करे.
6. इस टाइप के फूल चढ़ाना
शिवलिंग के ऊपर भूलकर भी केसर, दुपहरिका, मालती, चम्पा, चमेली, कुन्द, जूही जैसे फूल ना चढ़ाए. ये पुष्प उन्हें अप्रिय होते हैं. शिवजी को तो शमी, आक, पलाश और सदाबहार जैसे फूल ज्यादा रास आते हैं. पूजा के दौरान आप इनमे से किसी एक का ही इस्तेमाल करे. इससे आपको पुण्य मिलेगा.
7. टूटे अक्षत (चावल)
शिव पूजा में अक्षत यानी चावल का इस्तेमाल जरूर किया जाना चाहिए. हालाँकि आपको इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए कि भोलेनाथ की पूजा के दौरान टूटे हुए चावल का इस्तेमाल ना करे. शास्त्रों में इस तरह के टूटे हुए चावल को अपूर्ण और अशुद्ध कहा गया हैं. इसे शिवलिंग पर किसी भी हाल में नहीं चढ़ाना चाहिए.
उम्मीद हैं कि आप इस जानकारी का ध्यान रखेंगे और शिव पूजा में कोई भी गलती नहीं करेंगे.