टैक्स चोरी करने वालो से PM मोदी की अपील ‘आप टैक्स नहीं देते इसलिए ईमानदारों पर बोझ बढ़ता हैं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना हैं कि भारत 5 ट्रिलियन इकॉनमीके टारगेट को जल्द से जल्द हासिल कर ले. इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए मोदीजी ने बुधवार को ‘टाइम नाउ’ समिट में देशवाशियों से ईमानदारी से टैक्स भरने की अपील की. मोदीजी ने बाताया कि वो इस टैक्स भरने की प्रक्रिया को और ज्यादा नागरिक केंद्रित करना चाहते हैं. उन्होंने देश के नागरिकों से विनती करी की सभी देश के विकास में मदद करने के लिए समय पर और पूर्ण ईमानदारी के साथ अपना टैक्स भरे. उन्होंने कहा कि जिन भी लोगो का पिछला टैक्स भी बाकाया हैं उसे भी जल्द से जल्द भरा जाए. मोदी ने खेद जताते हुए कहा कि पिछले साल करीब 3 करोड़ लोग बिजनेस या किसी अन्य काम से विदेश गए थे लेकिन जब टैक्स भरने की बारी आई तो सिर्फ 1.5 करोड़ लोगो ने ही अपना इंकम टैक्स भरा हैं.
टैक्स के महत्त्व को समझाते हुए मोदी जी ने कहा कि जितने भी नागरिक टैक्स भरना अफोर्ड कर सकते हैं उन्हें ईमानदारी के साथ टैक्स भरना चाहिए. ये देशहित में लाभकारी सिद्ध होगा. उन्होंने आगे कहा कि देश के नागरिकों को टैक्स भरने की प्रक्रिया को अपना कर्तव्य समझना चाहिए. इसे भरने के बाद आपको गर्व होना चाहिए. इस तरह आप भी देश के विकास में अपना योगदान देते हैं. मोदीजी ने बताया कि ऐसा पहली बार हो रहा हैं जब कोई सरकार अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए छोटे शहरों पर फोकस कर रही हैं.
लोगो की भीड़ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी आगे बोले कि हमारी सरकार ये सुनिश्चित कर लेना चाहती हैं कि टैक्स भरने वालो पर कोई बोझ ना हो. पहले टैक्स सिस्टम प्रोसेस – सेंट्रिक हुआ करता था लेकिन अब ये पब्लिक – सेंट्रिक हो गया हैं. देश के विकास में इंकम टैक्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं. इसलिए टैक्स भरने वालो के लिए इसकी प्रक्रिया बोझ नहीं होना चाहिए.
मोदी ने टैक्स के आकड़ों पर लोगो का ध्यान केन्द्रित करते हुए कहा कि देश की आबादी 130 करोड़ हैं लेकिन दुःख की बात हैं कि सिर्फ 1.5 करोड़ लोगो ने ही पिछले साल अपना इन्कल टैक्स भरा हैं. आपको जानकार यकीन नहीं होगा लेकिन देश में सिर्फ 2,200 लोगो ने ही अपनी सालाना इंकम 1 करोड़ या उससे अधिक बताई हैं. ऐसे में मोदीजी ने कहा कि हमें टैक्स भरने के दौरान होने वाले भ्रष्टाचार को भी रोकना होगा. मोदी ने बताया कि यदि आप टैक्स नहीं भरते तो इसका सीधा असर ईमानदारी से टैक्स भरने वालों पर पड़ता हैं.
गौरतलब हैं कि लोग खुद को टैक्स भरने से बचाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. ऐसे में देश के हर नागरिक का ये कर्तव्य हैं कि वो पूरी ईमानदारी के साथ समय पर टैक्स भरे और देश के विकास में अपना सहयोग प्रदान करे.