CAA और NRC पर द ग्रेट खली ने दिया बड़ा बयान, कहा- ‘ये कानून सिर्फ देश के लिए….’
देश में इन दिनों CAA और NRC को लेकर जमकर चर्चा हो रही है। हर कोई इस मुद्दे को समझने की कोशिश कर रहा है और फिर अपना विचार भी रख रहा है। इसी बीच देश दो धड़ों में बंटा हुआ नजर आ रहा है, जिसमें एक CAA और NRC के समर्थक हैं, तो दूसरे विरोधी हैं। जी हां, जब संसद में इस बिल का ऐलान किया गया था, तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुआ था। जगह जगह धारा 144 लागू करनी पड़ी थी और फिर जमकर बवाल हुआ था। ऐसे में अब भी कुछ लोग इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं, जिसमें द ग्रेट खली का नाम भी शामिल हो चुका है।
CAA और NRC पर गली गली में चर्चा है। वीआईपी लोगों से लेकर आम लोग इसके बारे में अपनी राय रख रहे हैं। इस मुद्दे पर जमकर राजनीति भी हो रही है, जो समाज को दो धड़ों में बांटने की पूरी कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर भ्रम का माहौल भी बनाया जा रहा है। यही भ्रम को दूर करने के लिए द ग्रेट खली ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने CAA और NRC का समर्थन किया है। उनका ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और हर कोई इस बारे में अपनी भी राय रख रहा है। कुल मिलाकर द ग्रेट खली ने पूरी दुनिया को आइना दिखाने का काम किया है।
CAA और NRC द ग्रेट खली ने दिया ये बयान
CAA और NRC पर बात करते हुए द ग्रेट खली ने कहा कि हमारे देश में पहले से ही बहुत भूखमरी और बेरोजगारी है, जिसकी वजह से हम और ज्यादा जनसंख्या बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यदि घुसपैठिए हमारे देश में आएंगे तो क्राइम और बढ़ेगा, जिसकी वजह से पूरा माहौल खराब हो जाएगा।
देश सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है- द ग्रेट खली
अपनी बात को पूरी करते हुए उन्होंने कहा कि ये देश सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है, न कि किसी घुसपैठिए के लिए है, जिसकी वजह से तमाशा बना हुआ है। मतलब साफ है कि उन्होंने इस मुद्दे पर जनता को सही दिशा में कदम उठाने के लिए कहा, न कि किसी के बहकावे में आकर फिजूल के काम करें। बता दें कि CAA और NRC पर जमकर सियासत चमकाई जा रही है, जो देश के लिए अच्छा नहीं है।
तो इसीलिए ज़रूरी है CAA और NRC ?
CAA और NRC पर अपनी बात को और भी ज्यादा स्पष्ट करते हुए द ग्रेट खली ने कहा कि माइनॉरिटी दूसरे देशों में परेशान किए जाते हैं, जिसकी वजह से ये कानून बहुत ही ज्यादा जरूरी है। ऐसे में उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश का उदाहरण दिया और कहा कि वहां पर उन लोगों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है, उस पर भी लोगों को गौर करना चाहिए, और फिर CAA और NRC पर अपनी बात रखनी चाहिए।