माँ शेरावाली के चरणों में बैठ बोल दे ये 5 मंत्र, बड़ी से बड़ी परेशानी भी उलटे पैर भाग जाएगी
माँ दुर्गा को हम माँ शेरावाली भी कहते हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि दुर्गा माँ सभी देवियों में सबसे ज्यादा शक्तिशाली होती हैं. यही वजह हैं कि लोग हमेशा माता रानी का नाम लेकर उनकी आराधना में लीन रहते हैं. अपने जीवन में दुखों को पूर्ण रूप से समाप्त करने का सबसे बढ़िया तरीका यही हैं कि आप माँ दुर्गा के चरणों में जाकर विनती करे. आपके इस काम में माँ दुर्गा के कुछ प्रिय और ख़ास मंत्र आपकी सहयता कर सकते हैं. यदि आप इन मंत्रों का उच्चारण सही तरीके से करते हैं तो आपको इसका लाभ जल्द देखने को मिलता हैं. इन सभी मंत्रों को आपको माँ दुर्गा के चरणों के समीप बैठकर जपना हैं.
पहला मंत्र:
“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥” यह मंत्र आपको माँ दुर्गा की आरती करने के बाद बोलना हैं. इसे बोलते समय आप ध्यान मुद्रा में आ जाए और उस मंत्र का मन ही मन 21 बार जाप करे. अंत में माँ दुर्गा के सामने माथा टेक अपनी परेशानी अवश्य बताए.
दूसरा मंत्र:
“शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥” यह मंत्र आप दिन में दो बार सुबह और शाम को माँ दुर्गा का ध्यान करते हुए बोले. हर बारी इस मंत्र को 7 बार दोहराना हैं. अर्थात दिन में 14 बार इस मंत्र का जाप करेंगे. मंत्र समाप्त होने के बाद माँ दुर्गा से हाथ जोड़ अपनी समस्यां का निधान करने को कहे.
तीसरा मंत्र:
“शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके। घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥” जब भी आप मुसीबत में फंस जाए या दुखी हो तो इस मंत्र को मन ही मन माँ दुर्गा का ध्यान करते हुए 11 बार बोले. माँ आपकी रक्षा करेगी. इसलिए बेहतर यही होगा कि आप इस मंत्र को कंठस्थ कर ले.
चौथा मंत्र:
“सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि। गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥” यह मंत्र आप दिन में कभी भी और कहीं भी बोल सकते हैं. इसे कितनी बार बोलना हैं ये भी आपके ऊपर निर्भर करता हैं. बस जब भी इन्हें जपे तो मन से माँ दुर्गा को याद करे.
पांचवा मंत्र:
“ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।” यह मंत्र आप घर में माँ दुर्गा की पूजा करते समय या हवन इत्यादि करते समय बोल सकते हैं. इस मंत्र से आपके घर की सभी बुरी और नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाएगी. इस मंत्र को कम से कम 51 बार बोले.
यदि आप इन सभी मंत्रों का जाप हमारे बताए गए तरीके से करते हैं तो आपको लाभ जरूर मिलेगा. ये मंत्र ना सिर्फ आपकी परेशानियाँ दूर भगाएंगे बल्कि आपकी अन्य समस्याएं भी हर करेंगे. इनसे आपको लाइफ में आगे बढ़ने और तरक्की करने में भी मदद मिलेगी. आप इन सभी मंत्र को एक साथ एक ही दिन या फिर अलग अलग दिन जप सकते हैं. जिस दिन इन मंत्रों का उच्चारण करे उस दिन माता रानी के नाम का व्रत भी रख ले. इससे आपका ये मंत्र और भी शक्तिशाली हो जाएगा. यदि आप को ये जानकारी अच्छी लगी तो इसे दूसरों के साथ शेयर करना ना भूले.