दीपक जलाते समय बोल दें ये चमत्कारी मंत्र, हो जाएगी हर कामना पूरी
पूजा की शुरूआत सबसे पहले दीपक जलाकर की जाती है। दीपक जलाएं बिना की गई पूजा असफल मानी जाती है और पूजा करने का फल नहीं मिलता है। इसलिए आप जब भी पूजा या आरती करें तो दीपक को जरूर जलाएं। पूजा के दौरान दीपक जलाना शास्त्रों में अनिवार्य बताया गया है और ये परंपरा सदियों से चली आ रही है। वहीं दीपक जलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जानिए दीपक जलाने से जुड़ी कुछ खास बातें.
ना इस्तेमाल करें खंडित दीपक
पूजा करते समय कभी भी खंडित दीपक का इस्तेमाल ना करें। हमेशा साफ और अच्छे दीपक का ही प्रयोग करें। कई बार लोग टूटे हुए दीपक का प्रयोग पूजा के दौरान कर लेते हैं। जिसकी वजह से उन्हें पूजा करना फल नहीं मिलता है। इसलिए पूजा करते समय आप ये भूल ना करें और हमेशा सही दीपक का ही प्रयोग करे।
सही दिशा में रखें दीपक
दीपक जलाने के बाद उसे हमेशा सही दिशा की और ही रखें। गलत दिशा की और दीपक रखना शुभ नहीं माना जाता है। पूजा करने से जुड़े नियमों के अनुसार अगर आप पूजा के समय तेल का दीपक जलाते हैं तो इस दीपक को दाएं हाथ की ओर ही रखें। तेल का दीपक जलाने के लिए आप रुई की जगह मौली का प्रयोग करे।
वहीं पूजा के दौरान अगर आप घी का दीपक जलाते हैं तो इसे भगवान की प्रतिमा के ठीक सामने ही रखें। घी का दीपक जलाते समय केवल रूई की बत्ती का ही प्रयोग करें।
करें इस मंत्र का जाप
जब भी दीपक जलाएं तो इस मंत्र का जाप तीन बार करें- शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्। शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।।
ना बुझने दें दीपक
दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें की पूजा करने के कम से कम आधे घंटे बाद भी दीपक जलता रहे। इसी तरह से पूजा करने के दौरान भी दीपक ना बुझे। ऐसा कहा जाता है कि अगर पूजा करते समय दीपक अचानक से बुझ जाए तो पूजा करने का पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता है।
तुलसी के सामने जलाएं घी का दीपक
तुलसी की पूजा करते समय केवल घी के दीपक का ही प्रयोग करें। घी के अलावा आप चाहे तो तिल के तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि कभी भी आप सरसों के तेल का प्रयोग दीपक जलाने के लिए ना करें।
रखें इन बातों क ध्यान
पूजा के दौरान अगर आप दीपक नहीं जलाते हैं। तो आप दीपक की जगह धूप का प्रयोग कर सकते हैं। धूप जलाने से भी पूजा सफल हो जाती है। हालांकि पूजा करते समय आगरबत्ती का प्रयोग ना करें। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार पूजा के दौरान केवल दीपक और धूप का ही प्रयोग करना शुभ होता है। अगरबत्ती जलाने से पूजा करने का पूर्ण फल नहीं मिल पाता है।
दीपक जलाने से जुड़े इन नियमों का पालन करें। ऐसा करने से आपको पूजा-पाठ करने का फल जल्दी ही प्राप्त हो जाएगा और पूजा सफल रहेगी।