देवकी-यशोदा के अलावा ये स्त्रियां भी हैं भगवान श्रीकृष्ण की माता, काफी गहरा है रहस्य
भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के बारे में सभी जानते हैं। हर क्षण वे कुछ न कुछ अलग लीलाओं को रचते थे, जिसके किस्से पुराणों में मौजूद है। जी हां, भगवान श्रीकृष्ण का बाल रुप काफी नटखट माना जाता है। वे अपनी शरारतों से सबको परेशान किया करते थे, जिसकी वजह से कई दफा उनकी माता उन्हें सजा भी देती थी, लेकिन वे भी उनसे ज्यादा देर तक रुठ नहीं सकती थी। इतना ही नहीं, भगवान श्रीकृष्ण की जीवनलीला के बारे में जितना भी जाना जाए, उतना ही कम लगता है, क्योंकि उनकी लाइफ काफी दिलचस्प रही है।
भगवान श्रीकृष्ण के बारे में जब भी बात की जाती है, तो उनकी माताओं का जिक्र ज़रूर होता है। दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण को एक नहीं, बल्कि कई माताओं का प्यार मिला है, लेकिन अक्सर सिर्फ दो ही माताओं के बारे में बात होती है। एक तो वो जिन्होंने उन्हें जन्म दिया, दूसरी वो जिन्होंने उनका पालन पोषण किया। मतलब साफ है कि ज्यादातर लोग सिर्फ उनकी दो माताओं के बारे में ही जानते हैं, लेकिन शास्त्रों के मुताबिक, उनकी कई माताएं हैं, जिनके बारे में हम आपको यहां बताएंगे।
1. देवकी
भगवान श्रीकृष्ण की सगी मां के रुप में देवकी का नाम लिया जाता है। दरअसल, देवकी ने भगवान श्रीकृष्ण को जन्म दिया था, लेकिन उनका पालन पोषण किसी अन्य स्त्री ने किया। बता दें कि देवकी मथुरा के राजा कंस के पिता महाराजा उग्रसेन के भाई देवक की कन्या है। इनको अदिति का अवतार भी माना जाता है। कहा जाता है कि इनका भाई कंस इनके बच्चों को मार देता था, जिसकी वजह से वसुदेव ने भगवान श्रीकृष्ण के पैदा होते ही उन्हें दूर छोड़ आते हैं, ताकि उनकी ज़िंदगी बची रहे।
2. यशोदा
यशोदा का भगवान श्रीकृष्ण के लाइफ में बहुत ही ज्यादा महत्व है। यशोदा उनकी सगी मां नहीं होती है, लेकिन फिर भी उन्हें सगी मां से ज्यादा प्यार करती हैं, जिसकी वजह से उनका स्थान उनकी लाइफ में सबसे ऊंचा रहता है। मतलब साफ है कि यशोदा ने अपने प्यार से न सिर्फ भगवान श्रीकृष्ण का दिल जीता, बल्कि पूरे समाज का जीता था, जिसकी वजह से आज भी उनका ज़िक्र किया जाता है। बता दें कि वसुदेव ने अपने छोटे से श्रीकृष्ण को यशोदा के घर छोड़ा था, ताकि कंस से उसकी रक्षा कर सकें।
3. रोहिणी
अभी तक आपने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म देने वाली मां और पालन करने वाली मां के बारे में ही सुना होगा, लेकिन उनकी एक मां रोहिणी भी हैं, जिन्होंने न तो उन्हें जन्म दिया और न ही उनका पालन किया, लेकिन फिर भी वे रिश्ते से उनकी मां लगती हैं। बता दें कि वसुदेव की दूसरी पत्नी रोहिणी बलराम, एकांगा और सुभद्रा की माता थीं, ऐसे में ये यशोदा माता के यहां ही रहते थे। मतलब साफ है कि श्रीकृष्ण की तीन माता थी, जिनसे वे बहुत ही ज्यादा प्यार करते थे। इतना ही नहीं, वसुदेव की कई अन्य पत्नियां भी थी, जिनमें पौरवी, भद्रा, मदिरा, रोचना और इला शामिल है, ऐसे में ये सभी भी श्रीकृष्ण की सौतेली माए हुई।