फिल्म में एक्टर्स जो कपड़े पहने हैं उनका बाद में क्या होता हैं? जानकर दंग रह जाओगे
बॉलीवुड फिल्म देखने का शौक लगभग हर व्यक्ति को रहता हैं. फिर आज के जमाने में तो हमारी हिंदी फ़िल्में भी बहुत बड़े लेवल पर बनना शुरू हो गई हैं. फिल्म शूट करने की तकनीक, कंप्यूटर ग्राफ़िक्स से लेकर सुंदर फिल्म सेट और भारी भरकम ड्रेस तक सबकुछ चीजों में काफी सुधार हुआ हैं. किसी भी फिल्म को रियल दिखाने में उसका सेट और करैक्टर की ड्रेस बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. फिर वो फिल्म किसी राजा महाराजा के समय पर बेस्ड हो या किसी गाँव की हो. हर करैक्टर के हिसाब से उसकी ड्रेस बनाई जाती हैं. ऐसे में क्या आप ने कभी सोचा हैं कि फिल्म में इस्तेमाल होने वाले ये सुंदर और महँगी कॉस्टूम का फिल्म समाप्त होने पर क्या होता हैं? ये कहाँ जाती हैं और इसे कौन रखता हैं? आज हम इसी विषय पर रौशनी डालेंगे.
नीलामी:
ज्यादातर फेमस फिल्मों में जितने भी कपड़े इस्तेमाल होते हैं उन्हें चैरिटी के लिए नीलाम कर दिया जाता हैं. दरअसल जब ये सितारें इन कपड़ों को पहन फिल्म की शूट या प्रमोशन करते हैं तो उनके साथ ये ड्रेस भी बड़ी फेमस हो जाती हैं. फिर इसे खरीदने के लिए कई आमिर लोग रेडी रहते हैं. ऐसे में इन ड्रेस की नीलामी कर उससे कमाए गए पैसे चैरिटी में लगा दिए जाते हैं. उदाहरण के लिए जब रजनी कान्त की रोबोट फिल्म आई थी तो उनका आउटफिट नीलाम किया गया था. ठीक ऐसे ही सलमान खान का ‘जीने के हैं चार दिन’ गाने वाला आइकोनिक स्टेप में इस्तेमाल हुआ तोलिया भी भारी कीमत में नीलाम हुआ था.
यादगार के रूप में सितारों का संग्रह
कुछ सितारें जब कोई बेहतरीन फिल्म या किरदार करते हैं तो उनका उस करैक्टर की ड्रेस के साथ भी इमोशनल अटैचमेंट हो जाता हैं. ऐसे में वे फिल्म समाप्त हो जाने के बाद उस ड्रेस को अपने पास एक यादगार चीज के रूप में संगृहीत कर के रख लेते हैं. उदाहरण के लिए शाहरुख़ खान ने ‘दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ फिल्म में जो जैकेट पहनी थी वो आज भी उनके पास कलेक्शन के रूप में संभाल के रखी हुई हैं. ये उनकी बेहतरीन यादों में से एक हैं.
दोबारा उपयोग और संग्रह
अधिकतर फिल्म प्रोडक्शन वाले या फेशन डिजाइनर फिल्म के समाप्त हो जाने के बाद उनमे इस्तेमाल ड्रेस को एक डब्बे में बंद कर उसके ऊपर उचित जानकारी लिख परचा चिपका देते हैं. इसके बाद ये प्रोडक्शन हाउस उसी ड्रेस को अपनी अगली किसी फिल्म में इस्तेमाल कर लेता हैं. कई बार इस ड्रेस को रिफ़रेंस के लिए भी रखा जाता हैं. उन्हें देखकर ही दूसरी ड्रेस बनवाई जाती हैं. इसके आधार पर फिल्म की डिमांड के अनुसार बेकग्राउंड डांसर के कपड़े भी तैयार होते हैं.
कॉस्टूम डिज़ाइनर का कलेक्शन
कुछ मामलो में ये भी हैं कि जिस जिस कॉस्टूम डिज़ाइनर ने ये ऑउटफिट डिज़ाइन किया हैं वो इसे फिल्म शूट समाप्त होने के बाद वापस ले लेते हैं. ये लोग इसे अपने कलेक्शन में रखना पसंद करते हैं. इससे उनका पोर्टफोलियो भी स्ट्रांग बनता हैं और फ्यूचर की ड्रेस बनाने में भी उन्हें रिफरेन्स मिल जाता हैं.