खरमास के दौरान भूलकर भी ना करें शुभ काम, भुगतने पड़ सकते हैं बुरे परिणाम
16 दिसंबर से खरमास शुरू हो गया है। खरमास को शुभ नहीं माना जाता है और इस दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता है। दरअसल खरमास के दौरान जो शुभ कार्य किए जाते हैं उनका फल अशुभ ही रहता है। इसलिए इस दौरान शादी ब्याह, गृह प्रवेश जैसे काम नहीं करने चाहिए। खरमास के दौरान किन कामों को करने से परहेज करना चाहिए और कौन से कार्य करने चाहिए उसकी जानकारी इस प्रकार है।
खरमास के दौरान ना करें ये काम
संपत्ति खरीदना
खरमास के दौरान आप संपत्ति या घर ना खरीदें। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान संपत्ति या नया घर खरीदने से केवल संपत्ति में नुकसान ही होता है। इसलिए आप कोई संपत्ति खरीदने का सोच रहे हैं तो उसे खरमास खत्म होने के बाद ही खरीदें।
शादी, सगाई आदि काम
खरमास के समय सूर्य गुरु राशि में रहता है और ऐसा होने पर गुरु का प्रभाव बेहद ही कम हो जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार शुभ कार्यों को तभी किया जाता है जब गुरु का प्रभाव प्रबल हो। इस वजह से खरमास के समय शादी, सगाई, गृह प्रवेश जैसे कार्य करना वर्जित माना गाया है।
वाहन खरीदना
जो लोग वाहन खरीदना चाहते हैं वो खरमास के खत्म होने के बाद ही वाहन को खरीदें। क्योंकि खरमास के दौरान वाहन खरीदने से कई तरह के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं वाहन को नुकसान भी पहुंच सकता है।
मुंडन
खरमास के समय बच्चों का मुंडन या उनका नामकरण करवाना भी शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए मुंडन और नामकारण करने के लिए आप इस महीने के खत्म होने का इंतजार करें और जब ये महीना खत्म हो जाए तभी बच्चे का मुंडन या नामकरण जैसे शुभ कार्य करें।
खरमास में करें ये काम
- खरमास के दौरान सूर्य देव की पूजा जरूर करें। इस पूरे महीने आप हर रविवार के दिन सूर्य देव से जुड़ी कथा पढ़ें और रोज सूर्य देव को जल अर्पित करें। दरअसल इस समय सूर्य गुरु राशि में गोचर होता है जिसकी वजह इस दौरान पूजा-पाठ और मंत्र जाप करना अच्छा माना जाता है।
- अगर हो सके तो खरमास के समय आप अनुष्ठान से जुड़े कर्म जैसे पितरों का श्राद्ध भी करें। इस दौरान पितरों का श्राद्ध करने से पितर दोष से मुक्ति मिल जाती है और पितर शांत हो जाते गैं
- खरमास में ब्रह्म मूहूर्त के समय स्नान करने से बुरे कर्मों से मुक्ति मिल जाती है। इसलिए आप खरमास के दौरान रोज सुबह ब्रह्म मूहूर्त में स्नान किया करें।
- इस दौरान आप चीजों का दान भी जरूर करें।
कब तक रहेगा खरमास
खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है जो कि जनवरी 2020 की 15 तारीख तक रहेगा। 15 जनवरी से सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा जिसके बाद मकर संक्रांति के साथ ही खरमास समाप्त होगा। यानी 15 जनवरी के बाद से ही शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। वहीं 15 जनवरी को आप पवित्र नदी में स्नान भी करें। क्योंकि इस दिन मकर संक्रांति है और मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य मिलता है।