कुरान बांटने की सजा मिलने वाली ऋचा पटेल को जमानत दिलाने वाले वकील का हुआ कमलेश तिवारी जैसा हाल
इन दिनों जुर्म देशभर में लगातार बढ़ते ही जा रहा हैं. इनमे हत्याओं का सिलसिला भी रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं. ये हत्यारें इतने सारे खून करने के बाद भी बेख़ब घूमते हैं और एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. अब ऐसा ही एक चौका देने वाला मामला झारखण्ड के रांची में देखने को मिला हैं. यहाँ CCTV फुटेज में रांची के सिविल कोर्ट के वकील रामप्रवेश सिंह के मर्डर का आरोपी कैद हुआ हैं. जिसने भी ये घटना देखी या सुनी उसकी रातों की नींद उड़ गई. अब इ घटना का विडियो देख पुलिस आगे की जांच पड़ताल कर रही हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये वही वकील हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक पोस्ट कर सजा के रूप में कुरान बाँटने वाली ऋचा भारती की जमानत कराई थी. आइए इस पुरे मामले को थोड़ा और विस्तार से जानते हैं.
जानकारी के अनुसार झारखंड के रांची में सिविल कोर्ट में कार्यरत रामप्रवेश सिंह नाम के वकील की एक अंजान शख्स ने गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी ने वकील रामप्रवेश को आँख के नजदीक गोली मारी. गोली जैसे ही वकील को लगी तो वो उनके सिर के आर पार जा निकली. इसके बाद वे जमीन पर गिर गए. इसके बाद लोग उन्हें इलाज हेतु रिम्स ले गए जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषी कर दिया.
सूत्रों के अनुसार ये पूरी घटना बीते सोमवार यानी 9 दिसंबर की हैं. बात करीब 7 बजे कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर रोड नंबर पाँच की हैं. यहाँ बाइक पर दो सवार बदमाश आए थे जिन्होंने हाथ के पीछे बंदूक छिपा रखी थी. इसके बाद वे बड़े ही आराम से वकील की और चलकर आए. इसके बाद जैसे ही वे लोग वकील के नजदीक पहुंचे तो उन्होंने उसकी आँख में गोली मार दी. गोली मारने के बाद वे वहां से रफूचक्कर हो गए. पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज देखे तो हमलावर के एक और साथी का भी पता चला. ये साथी हमलावर के गोली मारने के बाद उसे लेकर भागने की तैयारी कर रहा था. पुलिस को घटना स्थल से 7.65 बोर की गोली का खोखा भी मिला हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अभी कुछ दिनों पहले ही वकील रामप्रवेश सिंह मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए थे. दरअसल उन्होंने 19 साल की ऋचा भारती का केस लड़ा था. याद दिला दे कि ये वही ऋचा भारती हैं जिसे फेसबुक पर एक सांप्रदायिक भावना को आहात पहुँचाने वाली पोस्ट शेयर करने की वजह से कोर्ट ने क़ुरान बाँटने का आदेश दिया था. वकील रामप्रवेश सिंह ने इस मामले में ऋचा की जमानत भी करवाई थी.
उधर रामप्रवेश सिंह के रिश्तेदारों का कहना हैं कि सर्वोदय नगर में एक जमीन से जुड़ा मामला था. इस जमीन के कब्जे करने की नियत से रामप्रवेश सिंह कुछ लोगो के निशाने पर थे. उन्होंने ये भी बताया कि लगभग डेढ़ महीने पहले ही रमेश गाड़ी और उसके साले छोटू लकड़ा 12 से अधिक गुंडों को राम प्रवेश सिंह पर हमला करने भेजा था. ये लोग सर्वोदय नगर की 81 डिसमिल ज़मीन पर क़ब्ज़ा करना चाहते थे.