26 साल बाद कुछ ऐसे दिखते हैं आपके पसंदीदा ‘श्री कृष्ण’, ग्लैमर की दुनिया छोड़ करने लगे ये काम
कई सालों पहले दूरदर्शन पर श्री कृष्णा सीरियल प्रसारित होता था जिसमें श्री कृष्ण का किरदार निभाने वाले एक्टर सर्वदमन डी बनर्जी ने कमाल का काम किया था। उन्हें लोग असल जिंदगी में भी भगवान समझकर प्रणाम करने लगे थे। रामानंद सागर प्रस्तुत शो श्री कृष्णा हर रविवार दूरदर्शन पर आता था और इसे देखने के लिए लोग अपना सारा काम धाम छोड़कर देखने पहुंच जाते थे। इस सीरियल को आए 26 साल हो गए हैं और 26 साल बाद कुछ ऐसे दिखते हैं आपके पसंदीदा ‘श्री कृष्ण, इन दिनों ये काम कर रहे हैं।
26 साल बाद कुछ ऐसे दिखते हैं आपके पसंदीदा ‘श्री कृष्ण
एक्टर सर्वदमन डी बनर्जी ने अपने किरदार को बेहतरीन तरीके से निभाया था। असल जिंदगी में लोग उन्हें श्री कृष्ण मानकर उनके पैर छूकर प्रणाम करने लगे थे। इन्हें इस सीरियल के बाद से पूरे से देश में जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली थी। रामायण की तरह रविवार की सुबह श्री कृष्ण भी आता था और लोग सारा काम छोड़कर टीवी के सामने बैठ जाते थे। सर्वदमन डी बनर्जी ने कृष्ण के किरदार को इस कदर निभाया कि लोगों ने उन्हें कलयुग का भगवान मान लिया था। इसके बाद उन्हे इसी तरह के कई शोज भी ऑफर हुए थे जिसमें वे नजर आए और इनमें से ‘अर्जुन’, ‘जय गंगा मैया’ और ‘ओम नम: शिवाय’ जैसे शोज थे जिनमें सर्वदमन डी बनर्जी ने भगवान कृष्ण का ही रोल निभाया था। टीवी शोज के अलावा सर्वदमन डी बनर्जी ने फिल्मों में काम किया और वो आखिरी बार सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म एमएस धोनी में नजर आए। इस फिल्म में उन्होंने धोनी के कोच चचंल भट्टाचार्य का किरदार निभाया था और बता दें कि सर्वदमन डी बनर्जी इन दिनों ऋषिकेश में रहते हैं।
अगर बात करें इनके काम की तो ऋषिकेश में ये अपना मेडीटेशन सेंटर चलाते हैं और इसके अलावा वो एक NGO भी चलाते हैं, जहां पर करीब 200 बच्चों की पढ़ाई होती है। सर्वदमन डी बनर्जी अब पूरी तरह से बदल चुके हैं और ग्लैमर वाली दुनिया छोड़ आम आदमी जैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। फेसबुत पर वो अपने कामों के बारे में बताते हैं और कुछ साल पहले दिए अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने टीवी की दुनिया क्यों छोड़ी। सर्वदमन का इसमें जवाब ये था. ”मैंने कृष्णा सीरियल करते समय ही फैसला ले लिया था कि 45-47 की उम्र के बाद मैं काम नहीं करूंगा बल्कि अपना जीवन कहीं और कनेक्ट करूंगा। बस फिर मुझे मेडिटेशन सेंटर चलाने को मिल गया और मैं सालों से यही काम कर रहा हूं।”