एक्टिंग की दूकान नहीं चली तो डायरेक्टर बन पाई सफलता, अब करोड़ों में खेलते हैं ये 7 सितारें
एक्टिंग हर किसी के बस की बात नहीं होती हैं. आप अपने फ़िल्मी बेकग्राउंड का जुगाड़ कर चाहे फिल्मों में काम पा भी ले लेकिन असली जज तो दर्शक ही होते हैं. यदि उन्हें आपका अभिनय पसंद नहीं आया तो वे आपको रिजेक्ट करने में देरी नहीं करते हैं. ऐसा ही कुछ इन सितारों के साथ भी हुआ. कोई करियर की शुरुआत में ही ओंधे मुंह गिरा तो किसी को अपनी बढ़ती उम्र के चलते एक्टिंग की दूकान बंद करनी पड़ी. ऐसे में इन सितारों ने दिमाग दौड़ाया और निर्देशन यानी फिल्म डायरेक्शन के क्षेत्र में घुस गए.
अरबाज़ खान
सलमान खान बॉलीवुड में कितने बड़े सुपरस्टार हैं ये बताने की जरूरत नहीं हैं. हालाँकि उनके छोटे भाई अरबाज़ खान का एक्टिंग में जलवा कुछ ख़ास नहीं चला. वे खुद को एक उभरते हुए सितारें के रूप में साबित नहीं कर पाए. ऐसे में अरबाज़ ने एक्टिंग से ज्यादा ध्यान डायरेक्शन में दिया. उनकी ‘दबंग’ और ‘दबंग 2’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई. जल्द ही ‘दबंग 3’ भी आने वाली हैं. हालाँकि इस फिल्म में अरबाज़ डायरेक्टर नहीं हैं बल्कि प्रोडूसर हैं. हालाँकि इस दबंग सीरिज में अरबाज़ को सफलता दिलाने में सलमान खान का बड़ा हाथ रहा हैं. एक और बात ये हैं कि निरेशन करने के बावजूद अरबाज़ ने एक्टिंग छोड़ी नहीं हैं. वे किसी ना किसी फिल्म में आते रहते हैं.
राकेश रोशन
वैसे तो 70 और 80 के दशक में राकेश रोशन ने कई सारी फ़िल्में बतौर एक्टर हिट दी हैं. हालाँकि बाद में जब उनकी उम्र होने लगी और फ़िल्में भी ख़ास नहीं चली तो वे डायरेक्टर बन गए. बतौर डायरेक्टर उनकी पहली फिल्म 1987 में आई ‘खुदगर्ज’ थी. इसके साथ ही राकेश रोशन ने करण अर्जुन, खून भरी मांग, कहो ना प्यार हैं और कृष जैसी सुपरहिट फ़िल्में भी डायरेक्ट की हैं.
जुगल हंसराज
‘मोहब्बतें’ फिल्म से अपना एक्टिंग का डेब्यू करने वाले जुगल हंसराज को सुंदर दिखने के बावजूद फिल्मों में ज्यादा काम नहीं मिला. वे अधिकतर साइड रोल में ही नज़र आए. ऐसे में एक्टिंग की दूकान बंद कर उन्होंने डायरेक्शन में कदम रखा. सबसे पहले उन्होंने ‘रोडसाइड रोमियो’ जैसी एनीमेटेड फिल्म डायरेक्ट की, इसके बाद 2010 में उनकी प्यार इम्पॉसिबल आई. हालंकि ये भी फ्लॉप ही रही.
आशुतोष गोवारिकर
बहुत कम लोग जानते हैं कि लगान, स्वदेश और जोधा अकबर जैसी सुपरहिट फ़िल्में डायरेक्ट करने वाले आशुतोष गोवारिकर ने पहले अभिनय के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया था. हालाँकि यहाँ फ्लॉप होने के बाद वे डायरेक्शन में चले गए.
पूजा भट्ट
महेश भट्ट की बेटी और आलिया भट्ट की सौतेली बहन पूजा भट्ट ने भी अपनी फ़िल्मी करियर में कुछ हिट फ़िल्में जैसे सड़क और दिल हैं कि मानता नहीं इत्यादि दी. हालंकि बतौर अभिनेत्री वो ज्यादा दिन इंडस्ट्री में टिक नहीं पाई. ऐसे में 2004 में ‘पाप’ फिल्म डायरेक्ट कर उन्होंने निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने हॉलिडे, जिस्म 2 और कार्बेट जैसी फ़िल्में भी डायरेक्ट की.
अभिषेक कपूर
फितूर और रॉक ऑन जैसी अच्छी फ़िल्में डायरेक्ट करने वाले अभिषेक कपूर ने ‘उफ़ ये मोहब्बत’ (1996) से एक्टिंग की दुनियां में कदम रखा था. हालाँकि इसमें उनका करियर कुछ खास नहीं चला और वे निर्देशन करने लगे.
सुभास घई
सुभास घई एक फेमस बॉलीवुड डायरेक्टर हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर एक्टर की थी. हालाँकि तकदीर और आराधना जैसी फिल्म में अभिनय के बाद उन्हें एहसास हुआ कि वे अच्छे अभिनेता नहीं हैं. ऐसे में वे डायरेक्शन करने लगे और बाद में राम लखन और ताल जैसी हिट फ़िल्में दी.