इस जाने-माने फ़िल्ममेकर का घर बचाने के लिए आशा पारेख ने नहीं की थी शादी
अभिनेत्री आशा पारेख हिंदी सिनेमा का एक जाना माना चेहरा हैं। आशा पारेख ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर रखा है और 1959 से 1973 तक इनका नाम टॉप अभिनेत्रियों में गिना जाता था। इतनी प्रसिद्ध अभिनेत्री होने के बाद भी आशा पारेख ने अपनी जिंदगी में कभी भी विवाह नहीं किया। दरअसल आशा पारेख के विवाह ना करने के पीछे एक बहुत बड़ा कारण था और इस बात का खुलासा आशा पारेख ने अपनी बायोग्राफी में कर रखा है।
जिदंगी का सबसे अच्छा फैसला
अभिनेत्री आशा पारेख से जब भी उनके विवाह ना करने पर सवाल किया जाता है तो वो अपने इस फैसले को सबसे अच्छा निर्णय बताती हैं। आशा पारेख के शादी ना करने के पीछे उनकी जिंदगी का पहला प्यार है। कहा जाता है कि फिल्मों में काम करने के दौरान आशा पारेख की मुलाकात फ़िल्ममेकर नासिर हुसैन से हुई थी। नासिर हुसैन से आशा को प्यार हो गया था और इन्होंने एक दूसरे को डेट भी किया था। नासिर हुसैन पहले से शादी शुदा थे और इनकी शादी ना टूटे इसके लिए आशा पारेख ने इनसे दूरी बना ली और अपने इस रिश्ते के खत्म कर दिया।
आशा के अनुसार वो नहीं चाहित थी कि उनकी वजह से किसी का घर टूटे इसलिए उन्होंने उस समय अपने इस रिश्ते को खत्म करना ही बेहतर समझा। वहीं नासिर हुसैन से रिश्ता टूटने के बाद आशा पारेख ने किसी और के साथ शादी ना करने का फैसला किया। इसी तरह से अपनी जिदंगी से जुड़े अन्य राजों का जिक्र आशा पारेख ने अपनी बायोग्राफी “द हिट गर्ल” में कर रखा है।
इस तरह से हुई थी नासिर से मुलाकात
आशा पारेख के अनुसार जब उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। तो इन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। उसी दौरान नासिर हुसैन ने अपनी फ़िल्म ‘दिल देकर तो देखो’ के लिए आशा को बतौर हिरोईन साइन किया। इस फिल्म में आशा ने शम्मी कपूर के साथ काम किया था। वहीं फिल्म की शूटिंग के दौरान आशा पारेख की दोस्ती नासिर हुसैन से काफी गहरी हो गई थी।
बनीं थी पहली अध्यक्ष
77 साल की आशा पारेख सेंसर बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष बनीं थी और साल 1992 में आशा पारेख को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। ये सम्मान इन्हें कला के क्षेत्र में योगदान देने के लिए मिला है। आशा पारेख ने अपने जीवन काल में 100 से भी अधिक फिल्मों में कार्य कर रखा है। फिल्मों में काम करने के अलावा आशा ने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया हुआ है।
आशा पारेख द्वारा की गई फिल्में
आशा पारेख द्वारा की गई कुछ फिल्मों के नाम- मां, धोबी डॉक्टर, बाप बेटी, अयोध्यापति, उस्ताद, आशा, हम हिंदुस्तानी, जब प्यार किसी से होता है, घराना, अपना बना देखो, फूल वो दिल दिया है, मेरी सूरत तेरी अंखें, आन मिलो सजना, कटि पतंग, मेरा गाँव मेरा देश, जवान मोहब्बत, राखी और हाथकड़ी, अंजान राहीन और इत्यादि।
आशा पारेख ने जरूरतमंद लोगों के लिए एक अस्पताल भी खोल रखा था जिसका नाम “बीसीजे अस्पताल एंड आशा पारेख रिसर्च सेंटर था।