स्वामी बोले, एयरसेल-मैक्सिस सौदे में चिदंबरम को बचा रही नौकरशाही!
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के मनोनीत सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार के केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर फिर निशाना साधा है. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम के बेटे कार्ति चिंदबरम के खिलाफ अपनी जांच को तार्किक निष्कर्ष तक नहीं पहुंचाया. उन्होंने कहा कि वह जांच एजेंसी को उनके ’21 अघोषित विदेशी खातों’ की जानकारी मुहैया करा चुके हैं.
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने वित्त मंत्रालय के तीन शीर्ष अधिकारियों पर नाम लेकर निशाना साधते हुए कहा कि चिदंबरम की ओर से नियुक्त ये अधिकारी कार्ति को बचाने में लगे हैं. स्वामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 में आम चुनावों में विदेशों में जमा काला धन लाने का निष्ठापूर्ण ढंग से वादा किया था. इस बारे में सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए एसआईटी का गठन कर दिया था. हमारी सरकार को अब दो साल बाकी रह गये है, हमें तुरंत कदम उठाने की जरूरत है.
स्वामी ने हस्तक्षेप की अपील की :
स्वामी ने दावा किया कि इस मामले के आगे बढ़ने में भ्रष्ट अधिकारी रुकावट डाल रहे हैं और ईमानदार अधिकारियों को धमकाया जा रहा है. स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर उनसे हस्तक्षेप की अपील की है. हालांकि वे इस मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर सीधे हमला करने से बचते हुए नजर आए. लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि जेटली के आशीर्वाद से ही कार्ति चिदंबरम बच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि जेटली और चिदंबरम बहुत घनिष्ठ मित्र हैं लेकिन यह मित्रता वित्त मंत्री के जनदायित्व के निर्वहन के बीच में आ रही है, इस बारे में वे कुछ नहीं कह सकते. हालांकि, सबूत होने के बावजूद अब भी अगर कार्रवाई नहीं होती है तो लोग इसका अर्थ निकालेंगे ही.
नोटबंदी को लेकर भी स्वामी ने वित्त मंत्री पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, “मंत्रालय द्वारा सहयोग में कमी के कारण नोटबंदी के इच्छित नतीजे सामने नहीं आए.”
एक सवाल के जवाब में स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी की नीयत को साफ और बेदाग बताते हुए कहा कि यह एक विडंबना ही है कि उन्हें कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए हर बार प्रधानमंत्री को पत्र लिखना पड़ता है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा – आखिर नौकरशाही अपने आप ही आगे क्यों नहीं बढ़ती? प्रधानमंत्री के पास पहले ही इतना भार है ऐसे में हर बात के लिये प्रधानमंत्री को लिखना पड़े, यह स्थिति ठीक नहीं है.
स्वामी ने कहा कि कार्ति ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने हलफनामे में कहा था कि उनका विदेश में कोई खाता नहीं है. इन खातों में जमा कुल रकम के बारे में पूछे जाने पर स्वामी ने कहा, “उन्होंने कुल छह लाख करोड़ रुपये इतनी आसानी से नहीं कमाए होंगे.” उल्लेखनीय है कि एयरसेल-मैक्सिस सौदे में ईडी कार्ति के खिलाफ जांच कर रही है.