6 साल पहले इस दिन सचिन तेंदुलकर के लिए रोया था सारा देश, उस पल को भुलाना है मुश्किल
भारत में क्रिकेट सिर्फ खेल ही नहीं लोगों की भावनाएं हैं। यहां पर जिन्हें क्रिकेट पसंद होता है तो फिर मैच के टाइम दुनिया इधर की उधर हो जाए वो मैच देखना नहीं भूलते। क्रिकेट में सबसे महान सचिन तेंदुलकर को समझा जाता है कुछ लोग तो मास्टर-ब्लास्टर सचिन को क्रिकेट का भगवान तक कहते हैं। मगर सचिन ने क्रिकेट खेलना कई साल पहले ही छोड़ दिया था। 6 साल पहले इस दिन सचिन तेंदुलकर के लिए रोया था पूरा देश, इस दिन ही सचिन ने क्रिकेट से अलविदा कहा था।
6 साल पहले इस दिन सचिन तेंदुलकर के लिए रोया था पूरा देश
16 नवंबर, 2013 को सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से सन्यास लिया था और उन्होने ऐसी स्पीच दी थी जिसे सुनकर उन्हें चाहने वाले लोग रो दिए थे। सचिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया था और स्पीच में सचिन तेंदुलकर ने कहा था, ’22 यार्ड के बीच की मेरी 24 वर्ष की जिंदगी का अंत आ चुका है’, इस शब्द को सुनकर क्रिकेट के जुनूनी लोगों की आंखे नम हो गई थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए सीरीज के दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने तीसरे दिन एक पारी और 126 रन से मैच जीता था। इसके साथ ही सचिन ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की थी। यह टेस्ट खत्म हुआ और सचिन के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के स्वर्णिम करियर का आखिरी मैच बन गया। सचिन ने मैच के बाद बहुत ही इमोशनल स्पीच दी थी और इसे सुनकर क्रिकेट फैंस अपने आंसू रोक नहीं पाए थे। इस भाषण में सचिन तेंदुलकर ने लगभग हर उस आदमी का जिक्र किया जिन्होंने उन्हें सफल बनाने में मदद की थी। सचिन की विदाई को अब कई साल हो गए हैं लेकिन आज भी उनका वो भाषण लोगों को रुला देता है। सचिन को क्रिकेट के भगवान का दर्दा प्राप्त हुआ था और इस बात का प्रमाण उनका करियर है क्योंकि इस महान क्रिकेटर ने 200 टेस्ट खेले हैं जिसमें 53.78 की औसत से 15,921 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 51 शतक और 68 अर्धशतक बनाए हैं।
On this day in 2013, the Master Blaster @sachin_rt bid adieu to international cricket.
Relive his emotional speech that moved everyone, here – https://t.co/bAVfiAEcaP #Legend #SRT pic.twitter.com/hhtwWfzExs
— BCCI (@BCCI) November 16, 2018
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टेस्ट में सचिन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 248 रहा है। वनडे में सचिन ने 463 मैच खेले और 49 शतक व 96 अर्धशतक की मदद से 18,426 रन बनाए और वन-डे में सचिन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 200 रन रहा। भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट 14 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में शुरू किया गया था। भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग की थी। प्रज्ञान ओझा ने पांच विकेट लेकर वेस्टइंडीज को पहले दिन 55.2 ओवर में 182 रन पर ऑलआउट कर दिया था। भारत ने चेतेश्वर पुजारा (113) और रोहित शर्मा (111) के शतकों की मदद से 495 रन का बड़ा स्कोर बनाया था। भारतीय टीम में किसी बल्लेबाज के स्कोर को सचिन तेंदुलकर (74) के अर्धशतक से ज्यादा तवज्जो नहीं मिली थी। अपने करियर का आखिरी टेस्ट खेलने वाले सचिन ने शानदार स्ट्रोक्स भरी पारी खेली और 118 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 74 रन बनाए थे।