गाय को हो गया कपड़े की दूकान से प्यार, रोज आकर बैठती हैं गद्दों पर, देखे Video
हमारे देश में गाय को भगवान का दर्जा मिला हुआ हैं. यहाँ कई लोग गाय को माता कहकर संबोधित करते हैं. गाय को हिंदू धर्म में एक पवित्र जानवर माना जाता हैं. लोग गाय की पूजा भी करते हैं. कई लोगो का मानना हैं कि गाय को रोटी देना, उसकी सेवना करना या उसे घर में पालन बहुत शुभ होता हैं. गाय एक ऐसा जानवर हैं जो हमें भारतीय सड़कों पर आसानी से देखने को मिल जाता हैं. हर गली, मोहल्ले या चौराहे पर गाय घूमते हुए दिख ही जाती हैं. आमतौर पर गाय सड़कों पर ही घुमती हैं. वो किसी के घर या दूकान के अंदर नहीं आती हैं. हालाँकि आज हम आपको एक ऐसी गाय से मिलाने जा रहे हैं जिसे एक कपड़े की दूकान से प्यार हो गया हैं. आलम ये हैं कि गाय रोजाना इस कपड़े की दूकान पर जाकर बैठती हैं. आइए इस पुरे मामले को और विस्तार से जानते हैं.
दरअसल इन दिनों इंटरनेट पर एक विडियो बड़ा ही तेज़ी से वायरल हो रहा हैं. इस विडियो में गाय दूकान के अंदर गद्दों पर आराम फरमाती हुई दिखाई दे रही हैं. जानकारी के अनुसार ये विडियो आंध्र प्रदेश के Mydukur का हैं. यहाँ एक कपड़े की दूकान हैं जिसके अंदर एक गाय पिछले 8 महीनो से रोजाना आती हैं. ये गाय रोज इस दूकान के अनदार आकर 2 से 3 घंटो तक बैठती हैं. दिलचस्प बात ये हैं कि दूकान के मालिक को गाय के आने से कोई दिक्कत नहीं हैं. बल्कि जब वो गाय दूकान के अंदर आती हैं तो मालिक उसके लिए ख़ास गद्दा या चादर बिछा देता हैं. फिर गाय इसी के ऊपर बैठ आराम करती हैं.
दूकान का मालिक बताता हैं कि गाय किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं. यहाँ तक कि वो दूकान के अंदर कोई गंदगी भी नहीं करती हैं. गाय जब भी आती हैं तो दूकान का मालिक उसे चारा खिलाता हैं और उसकी पूजा भी करता हैं. गाय के आने से दुकानदार को भी फायदा हुआ हैं. अब इस गाय को दूकान के अंदर देख ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ जाती हैं और वो दूकान में बार बार आते हैं. इस तरह दूकान का मालिक और गाय दोनों ही खुश हैं.
ये एक बहुत ही अच्छा उदहारण हैं कि किस तरह इंसान और जानवर एक साथ मिलकर इस समाज में रह सकते हैं. गाय को वैसे भी एक शांत जानवर ही माना जाता हैं. आमतौर पर वो किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं. गाय की सेवा करने का भी अपना एक अलग सुख होता हैं. इसे देख मन को अलग तरह की शान्ति मिलती हैं. ये एक तरह से वैसा ही हैं जैसा कुत्ते पालने वाले लोग उसकी सांगत में खुश महसूस करते हैं. जानवार कोई भी हो उनका साथ हमें मानसिक रूप से लाभ जरूर पहुंचता हैं. फिर इस केस में दुकानदार का प्यार देख गाय रोज आ जाती हैं. वरना दुसरे दूकान वाले तो गाय को देखते ही भगा देते हैं. उसे अंदर बैठे रहने देने के बारे में तो कोई सोचता भी नहीं हैं. वैसे इस पुरे मामले पर आपकी क्या राय हैं हमें जरूर बताए.