कैंसर पीड़ित बच्ची को बचाने के लिए पिता ने लगाई पीएम मोदी से गुहार, कहा- मेरी बेटी को बचा लीजिए
आज के दौर में जहां बेटियों को अभिशाप माना जाता है वहीं दूसरी ओर बहुत से लोगों की जान उनकी बेटियों में बसती है। कोई बेटियों को मार रहा है तो कोई अपनी बेटी को बचाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहा है। यहां हम जिसके बारे में बताने जा रहे हैं वो बहुत ही प्यारी सी 6 साल की बच्ची है जो कैंसर से पीड़ित है और उनके माता-पिता दिन रात कोशिश में हैं कि उनकी बच्ची बच जाए। बहुत पैसा खर्च होने के बाद अब कैंसर पीड़ित बच्ची को बचाने के लिए पिता ने लगाई पीएम मोदी से गुहार, पत्र लिखकर मदद मांगी है।
कैंसर पीड़ित बच्ची को बचाने के लिए पिता ने लगाई पीएम मोदी से गुहार
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के सिप्तैन रोड स्थित धर्मशाला वॉर्ड में रहने वाले अजय कुमार वाजपेयी चाट का ठेला लगाते हैं। इतना कमा लेते हैं कि अपना घर अच्छे से चला लें लेकिन अगर बात 10 से 15 लाख की आती है तो इन्हें हाथ सिकोड़कर चलना पड़ता है। इन्हें 4 साल का बेटा और 6 साल की बेटी विदूषी है। विदूषी पिछले 1 सालों से कैंसर की लड़ाई लड़ रही है। वुदूषी की मां अनुरागिनी वाजयेपी ने अपने गहने और जमा पूंजी बच्ची को बचाने में लगा दी जो अब तक 10 लाख रुपये तक खर्च हुआ है। मगर अब इन्हें 15 लाख और चाहिए। ऐसे में अजय ने पीएम नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है। अजय के अनुसार, पीएम मोदी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नार लगाते हैं तो आज मेरी बेटी को बचाने की मदद मांगते हैं। अब पीएम मोदी इनकी मदद करें ना करें लेकिन सोशल मीडिया के अनुसार इनकी मदद जरूर होगी। विजय वाजपेयी ने बताया, ‘उनकी सारी जमा-पूंजी लग चुकी है और अब उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। पिछले साल बेटी ने खाना कम कर दिया और गले में परेशानी होने लगी। चेकअप कराया तो डॉक्टर्स ने लखनऊ के पीजीआई भेज दिया। यहां पर डॉक्टर्स ने कैंसर बताया जिसका इलाज तो संभव है लेकिन इसके लिए 25 से 30 लाख रुपये चाहिए। अब हमारी पूरी उम्मीद उनसे ही है।’
बेटी के बारे में अजय कहते हैं, ‘विदुषी पीजीआई में एडमिट है। इंजेक्शन से वो हमेशा डरती थी लेकिन जबसे मैंने उसे कहा है कि ये लगाने से तुम जल्दी अच्छी हो जाएगी तो वो रोज इसे लगवाती है। जबकि उसे इसका फोबिया है लेकिन जल्दी ठीक होने के लालच से वो इंजेक्शन लगवा लेती है। जब भी मैं उसके वॉर्ड में एंटर करता हूं तो वो पापा आप आ गए बोलकर गले लग जाती है तो मैं रो देता हूं।’ अजय के अनुसार वे अपनी बेटी को किसी भी हाल में बचाना चाहते हैं लेकिन सरकार से पैसों की मदद चाहते हैं। अब देखना ये है कि ये चिट्टी पीएम नरेंद्र मोदी तक पहुंचती है या नहीं और अगर पहुंची तो उस बच्ची की मदद होगी या नहीं।