सुविधाओं के मामले में तेजस एक्सप्रेस है लल्लनटॉप, मगर यात्री कर रहे होस्टेस के साथ ऐसा व्यवहार
मोदी सरकार भारत को आधुनिक भारत बनाने की फिराक में है और देश में डिजिटल चीजें होने के बाद भी देश के ही कुछ लोग ऐसा होने से आपत्ति कर रहे हैं। पिछले दिनों भारतीय रेलवे ने तेजस ट्रेन चलाई जिसका किराया बेशक ज्यादा है लेकिन इसमें सुविधाओं का आनंद उठाकर आप भी बोलेंगे कि चलो किराया वसूल हो गया। सुविधाओं के मामले में तेजस एक्सप्रेस है लल्लनटॉप, मगर क्या हम भारतीय इस ट्रेन की वेल्यू कर रहे हैं? चलिए बताते हैं इसके बारे में..
सुविधाओं के मामले में तेजस एक्सप्रेस है लल्लनटॉप
4 अक्टूबर से शुरु हुई तेजस एक्सप्रेस में सुविधाओं के बारे में जानने के बाद ही लोग इसमें एक बार सफर करने का मजा उठाना चाहते हैं। इसे भारत का पहला प्राइवेट ट्रेन कहा जा रहा है लेकिन इस ट्रेन को IRCTC द्वारा संचालित किया जा रहा है तो इसलिए ये भारतीय रेलवे का एक अंग है। हवाई जहाज की एयर होस्टेस की तर्ज पर तेजस में रेल होस्टेस को रखा गया है और यात्रियों के आराम को हर तरह से ध्यान में रखा गया है और इसे वैसे ही व्यवस्थित किया गया है। सीट के पास मौजूद बटन से आप रेल होस्टेस को बुलाकर अपनी जरूरत बता सकते हैं। इसके अलावा आपका स्वागत टीका लगाकर किया जाएगा और फिर ट्रेन में आपके लिए अलग से छोटी स्क्रीन की एलईडी लगाई गई है जिसमें आप अपने मनपसंद गाने सुन सकते हैं। इसके अलावा खाने-पीने की भी अच्छी व्यवस्था रखी गई है और साफ सफाई का भी यात्रियों के लिए खास ख्याल रखा गया है। इतनी अच्छी व्यवस्था के बाद भी क्या सच में हम भारतीय इन सुविधाओं के लायक हैं?
BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक. लोग इस ट्रेन में रेल होस्टेस को बेवजह परेशान करना शुरु कर दिये हैं। बेवजह बटन दबाकर उन्हें बुलाकर उल्टी-सीधी बात बोलते हैं। कुछ खाना सर्व करते समय बिना इनकी रजामंदी के वीडियो बना लेते हैं या सेल्फी लेने की बात करने लगते हैं और हॉस्टेस की मजबूरी है कि वे अपने यात्रियों को मना नहीं कर सकती हैं। कुछ यात्रियों ने रेल हॉस्टेस के वेस्टर्न कप़ों पर भी आपत्ति जताई है और ट्विटर पर पियूष गोयल को मेनशन करके यात्रियों ने ड्रेस बदलकर साड़ी करने का निवेदन किया है। इन सब के बावजूद तेजस में काम कर रही होस्टेस अपने काम को लेकर सकारात्मक हैं और यात्रियों के बुरे बरताव को भी मुस्कान के साथ टाल देती हैं।मजबूरी इंसान को कुछ भी करवा सकती है और अगर वे महिलाएं खुशी से भी अपनी नौकरी कर रही हैं तो हमें उनका साथ देना चाहिए। ना कि उन्हें बेवजह परेशान करना चाहिए, आपको अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना चाहिए, वे भी इंसान हैं और नौकरी कर रही हैं किसी की गुलामी नहीं। हमें उनका सम्मान करना चाहिए क्योंकि वे लड़कियां हैं और ऐसी नौकरी करके वे अपना करियर बना रही हैं ना कि किसी का मनोरंजन कर रही हैं।