इस मुस्लिम राजकुमारी ने सोशल मीडिया पर मचा दी धूम, सऊदी अरब में भी मच गई खलबली!
ऐसा हम सबने सुना है कि मुस्लिम धर्म में लड़कियों के लिए बहुत सारी चीजों पर पाबंदियां होती हैं और इन्हें उन लड़कियों को मानना ही होता है। दुनिया में कुछ ऐसे देश हैं जो इस्लाम प्रधान देश हैं और वहां पर महिलाओं के लिए बहुत ही कठिन जीवन है लेकिन उनमें एक ऐसे भी महिला हैं जिन्होने अपने प्रोफेशन को ही मॉडलिंग बना लिया। इसके बाद इस मुस्लिम राजकुमारी ने सोशल मीडिया पर मचा दी धूम, हर जगह लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं।
इस मुस्लिम राजकुमारी ने सोशल मीडिया पर मचा दी धूम
सऊदी अरब वैसे तो रूढ़िवादी देश माना जाता है खासकर यहां पर महिलाओं के लिए बहुत सारे ऐसे कानून बनाए गए हैं जिन्हें वहां की महिलाओं को फॉलो करना होता है। यहां महिलाओं को आजादी बहुत कम मिली है और उनपर कई तरह की पाबंदियां सऊदी अरब के राजा की ओर से बहुत पहले ही लगाई जा चुकी है। हालांकि कई बार ऐसा हो जाता है कि शाही परिवार की राजकुमारियों के लिए नियम बदल जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ था सऊदी अरब की राजकुमारी हायफा के साथ जिन्होंने एक दिलचस्प फोटोशूट करवाया और उन फोटोज ने पूरे अरब में खलबली मचा दी थी। सऊदी अरब की राजकुमारी हायफा-अब्दुल्लाह अल-सौद बहुत मॉडर्न और आजाद ख्याल की है और वे वहां के राजा प्रिंस अब्दुल्लाह की बेटी है तो उन्हें कुछ भी करने की आजादी है।
राजकुमारी अरब से बिलॉन्ग जरूर करती हैं लेकिन पाश्चात्य सभ्यता से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। इसी वजह से वे एक बार विवादों में आ गयी थी और कुछ समय पहले हायफा की एक फोटो ने सऊदी अरब में बवाल ही मचा दिया था। रेगिस्तान में कार में बैठकर हाई हील की सैंडल और चमड़े के दस्ताने पहनकर हायफा कमाल लग रही थीं और फिर उनकी फोटो को वोग मैगजीन ने अपने कवर पेज पर छापा गया था। जिसके बाद से ही फोटो पूरे सऊदी अरब में वायरल हो गयी थी।
किसने किया था इनका समर्थन?
प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सऊदी अरब में सुधारवादी माहौल की अक्सर की जाती है और इसी तारीफ का जिक्र करते हुए वोग ने इस फोटो को छापा था। हालांकि महिलाओं की आजादी का विरोध करने वालों ने इस फोटो पर जमकर बवाल किया था और इसके साथ ही उन्होंने राजा का भी विरोध भी किया था। हालांकि प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की इस पहल का राजकुमारी हायफा ने खूब समर्थन किया था और उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में भी कहा था कि प्रिंस बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और पुरुष की तरह महिलाओं को आजादी मिलनी चाहिए।