प्लास्टिक की जगह अब दोनों का किया जा रहा है प्रयोग, रेलवे ने शुरू की है ये ईको-फ्रेंडली पहल
जगह-जगह पर सिंगल प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने को लेकर जागरूक अभियान चलाए जा रहे हैं और प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने के बाद लोग इसका विकल्प तलाशने में लगे हुए हैं। सरकार द्वारा लोगों से अपील भी की जा रही है कि वो प्लास्टिक का प्रयोग करना बंद कर दें और इसकी जगह कागज या कपड़े के बने बैग का इस्तेमाल करें। वहीं हाल ही में सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के रतलाम में रहने वाला एक व्यक्ति खूब छाया हुआ है। दरअसल इस व्यक्ति ने प्लास्टिक से बनी प्लेट का प्रयोग करना बंद कर दिया है। ये व्यक्ति प्लास्टिक की प्लेट की जगह पत्तों से बनीं प्लेट का प्रयोग कर रहा है और ऐसा रेलवे की वजह से मुमकिन हुआ है।
ट्विटर कर शेयर की फोटो
वेस्टर्न रेलवे और डीआरएम रतलाम ने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर कुछ फोटों शेयर की हैं और ये फोटों रेलवे स्टेशन पर लगे एक स्टॉल की है। इस स्टॉल के जरिए भोजन लोगों को बेचा जाता है और इस भोजन को देने के लिए इस स्टॉल के मालिक ने प्लास्टिक की प्लेट की जगह पेड़ के पत्तों से बनीं प्लेट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। शेयर की गई तस्वीर में इस स्टॉल का मालिक पत्तों की प्लेट पर खाना दे रहा है।
इन तस्वीरों को लोगों द्वारा खूब पसंद गया जा रहा है और ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हर कोई इस स्टॉल के मालिक की खूब तारीफ कर रहा है और अन्य लोग इन फोटों को देखकर प्लास्टिक का प्रयोग ना करने को लेकर प्रेरित हो रहे हैं। डीआरएम के ट्वीट करने के बाद से ही उसपर अबतक दर्जनों कमेंट आ चुके हैं।
स्टेशन परिसर में पॉलिथीन के उपयोग को रोकने एवम हरित स्टेशन की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों के स्टॉलों पर खाद्य सामग्री देने के लिए पेड़ के पत्तों का इस्तेमाल शुरू किया जा रहा है। @PMOIndia @RailMinIndia @Gmwrly @WesternRly pic.twitter.com/iVGVoThxqU
— DRM Ratlam (@RatlamDRM) September 22, 2019
इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर दिया गया है और इन स्टेशनों पर स्टॉलों पर खाने की सामग्री देने के लिए पेड़ के पत्तों से बने चीजों का इस्तेमाल शुरू दिया है।
कई स्तर पर किया गया ये प्रयोग शुरू
इस रेलवे स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार भारतीय रेलवे और पश्चिम रेलवे जोन स्तर पर प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने को लेकर कई अभियान शुरू किए गए हैं और ये पहला प्रयोग है। वहीं उम्मीद की जा रही है कि इन तस्वीरों को देखकर लोग प्रेरित होंगे और प्लास्टिक का प्रयोग करना बंद कर देंगे।
ईको-फ्रेंडली हैं पत्ते के दोने
पत्ते से बनें दोनों को ईको-फ्रेंडली माना जाता है और इनका इस्तेमाल करने के बाद जब इनको फेंक दिया जाता है तो ये खाद बन जाते हैं। इसलिए प्लास्टिक की जगह दोनों का प्रयोग करने की पहल अब शुरू की जा रही है। जहां पर प्लास्टिक को पर्यावरण और जानवरों के लिए हानिकारक माना जाता है। वहीं ये दोने पर्यावरण और जानवरों के लिए हानिकारक नहीं हैं।
इसलिए आप भी प्लास्टिक का प्रयोग आज से बंद कर लें और प्लास्टिक की जगह पत्ते से बनें दोनों या कपड़े से बनी चीजों का प्रयोग करें।