अध्यात्म
28 सितंबर को है सर्वपितृ अमावस्या, इस दिन पूजा करने से हो जाते हैं पितरों प्रसन्न
हर साल 12 अमावस्या आती हैं और इन 12 अमावस्या में से सर्वपितृ अमावस्या बेहद ही विशेष होती है। ये अमावस्या पितृ पक्ष के दौरान आती है और इस अमावस्या के दौरान किया गया दान और तर्पण पितरों को शांत कर देता है। इसलिए आप इस दिन चीजों का दान जरूर करें और अपने पितरों की शांति की कामना भगवान से करें। वहीं नीचे बताए गए सरल उपाए अगर सर्वपितृ अमावस्या के दिन किए जाए तो पितरों दोष से मुक्ति मिल जाती है और पूर्वज खुश हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन जरूर करें ये टोटके
- ऐसा कहा जाता है कि सर्वपितृ अमावस्या के दिन तेल का दीपक घर की दक्षिण दिशा में जलाने से पितर खुश हो जाते हैं और उनका आशीर्वाद हासिल हो जाता है। सर्वपितृ अमावस्या के दिन आप अपने घर की दक्षिण दिशा में कम से कम 2 और ज्यादा से ज्यादा 16 तेल के दीपक जरूर जलाएं। इन दीपक को जलाते समय अपने पितरों का नाम लें और उनसे किसी भी तरह की हुई भूल के लिए क्षमा भी मांगे लें।
- सर्वपितृ अमावस्या इस बार शनिवार के दिन आ रही है। इसलिए आप इस दिन शनिदेव के सामने भी दीपक जला दें और काली चीजों का दान जरूर करें। काली चीजों का दान आप अपने पितरों के नाम से करें तो ज्यादा अच्छा होगा।
- शाम के समय आप एक लोटे में कच्ची लस्सी, गंगाजल, काले तिल, चावल और चीनी डाल दें। फिर आप इस जल को पीपल के पेड़ पर अर्पित करें। ये जल अर्पित करते समय आप ‘ॐ पितृभ्य: नम:’ मंत्र का जाप 21 बार करें। ऐसा करने से नाराज पितर खुश हो जाएगा।
- सर्वपितृ अमावस्या की सुबह आप तांबे के बर्तन में लाल चंदन, गंगा जल और जल मिलाकर सूर्य को अर्पित करें और ये जल अर्पित करते समय ‘ॐ पितृभ्य: नम:’ मंत्र तीन बार पढ़ें। इस तरह से सूर्य को अर्घ्य देने से पितर दोष खत्म हो जाता है।
- इस दिन आप शिव भगवान के मंदिर में जाकर उन्हें 5 प्रकार के फल और फूल चढाएं और पितृ की शांति से जुड़ी पूजा करें।
- गाय, कुत्ता, कौआ और चींटी को इस दिन आप खाना जरूर दें। गाय को आप घी की रोटी, कुत्ते को तेल वाली रोटी, कौओ को चावल और चींटी को आप आटा डालें।
- ब्राह्मणों को सर्वपितृ अमावस्या के दिन आप भोजन जरूर करवाएं और भोजन करवाने के बाद ब्राह्मणों को कपड़े, दाल, चावल, काले तिल और इत्यादि तरह की चीजों का दान भी जरूर दें। इसके अलावा गरीबी लोगों को भी ये चीजें दान करने से पितरों को शांति मिलती है।
- इस दिन वृद्धा लोगों की सेवा करने से भी पुण्य मिलता है। इसलिए आप किसी वृद्धाश्रम में जाकर वहां के वृद्धा लोगों की सेवा जरूर करें।
- सर्वपितृ अमावस्या के दिन आप अपने घर में पितरों से जुड़ा हवन करवा लें और हवन करवाते समय ॐ पितृदेवताभ्यो नम: मंत्र का जाप करें और इसी मंत्र से आहुति दें। ऊपर बताए गए टोटकों को करने से आपके पितरों को शांति मिलेगी और आपको पितरो दोष से मुक्ति मिल जाएगी।