नोएडा में 3700 करोड़ रु की ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़, 7 लाख लोगों को लगाया चूना, 3 आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने अब तक के सबसे बड़े ऑनलाइन फर्जीवाड़ों में से एक का भांडाफोड़ किया है. सोशल ट्रेडिंग यानी सोशल मीडिया पर प्रोडक्ट और पर्सन प्रमोशन के नाम पर साढ़े छह लाख लोगों से 3700 करोड़ की ठगी हुई. लोगों को कंपनी का सदस्य बनाकर सोशल साइट पर प्रति लाइक पांच रुपये देने के नाम पर एकमुश्त निवेश करा ठगी को अंजाम दिया गया. इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि इस कारनामे को नोएडा सेक्टर-63 में एब्लेज इन्फो सॉल्यूशन नाम से कंपनी बनाकर अंजाम दिया जा रहा था. इस कंपनी ने करीब सात लाख लोगों को ठगा है. बताया जा रहा है कि ‘अर्न रुपीज 5 पर क्लिक’ नाम की एक स्कीम के जरिये कंपनी ने लोगों से करीब 3700 करोड़ रुपए की रकम उगाही की. पुलिस के मुताबिक आरोपित सोशलट्रेड डॉट बिज नाम की वेबसाइट चलाकर लोगों से एक निश्चित रकम ले रहे थे और एक क्लिक के बदले पांच रुपये देने की बात कहकर साल भर में उन्हें दो से ढाई गुना पैसा लौटाने की बात कह रहे थे.
एसटीएफ ने कंपनी के निदेशक, सीईओ और टेक्निकल हेड को गिरफ्तार कर इनके खाते के करीब 550 करोड़ रुपये फ्रीज कराए हैं. कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं. एसटीएफ ने गाजियाबाद और हापुड़ में भी छापेमारी की है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान किशनगंज पिलखुआ के रहने वाले अनुभव मित्तल (निदेशक), विशाखापत्तनम निवासी श्रीधर प्रसाद (सीईओ) और मथुरा के कमई बरसाना निवासी महेश दयाल (टेक्निकल हेड) के रूप में हुई.
ऐसे लगाया चूना :
एसटीएफ के हवाले से पता चला कि इस कंपनी ने अपनी वेबसाइट बनाई थी. सोशलट्रेड डॉट बिज जिसका नाम था. इस पोर्टल से जुड़ने वाले को 5750 रुपये से 57,500 रुपये तक कंपनी के अकाउंट में जमा कराने होते थे. लॉग इन करने पर 25 से 125 लिंक लाइक के लिए दिए जाते थे. उसके बदले पोर्टल के हर सदस्य को हर क्लिक पर 5 रुपये घर बैठे मिलते थे. कंपनी दावा करती थी कि एक लाइक के लिए विज्ञापन कराने वाली संस्था से छह रुपये लिए जाते हैं. इसमें से कंपनी एक रुपये खुद लेती थी. ग्राहकों को फर्जी विज्ञापन या एक-दूसरे के पेज लाइक कराते थे.
ऐसे पकड़े गये :
कई सदस्यों को पैसे नहीं मिल रहे थे. ऐसे में कुछ सदस्यों ने थाना फ़ेज़-3 और थाना सूरजपुर में अभियोग पंजीकृत कराए गए. बुधवार शाम एसटीएफ ने सेक्टर-63 में कंपनी के ऑफिस पर रेड की और कंपनी के एमडी अनुभव मित्तम समेत दो अन्य अधिकारियों को हिरासत में लिया. कंपनी के बैंक खातों की जांच से पता चला है कि कंपनी अब तक 37 अरब को घोटाला कर चुकी है. एसटीएफ के अनुसार अभी तक 500 करोड़ रुपए की रकम का सुराग लगा लिया गया है और कंपनी के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपित नजर में आने से बचने के लिए थोड़े-थोड़े समय बाद अपनी कंपनी का नाम बदल दिया करते थे.