हरियाली तीज शुभ मुहूर्त: पूजा की विधि और इससे जुड़ी पौराणिक कथा
हरियाली तीज का व्रत, करवा चौथ की तरह ही होता है। इस व्रत को करने से पति की आयु लंबी होती है। हरियाली तीज का पर्व सावन के महीने में आता है और इस व्रत के दौरान भगवान शंकर और मां पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। हरियाली तीज का पर्व इस साल 3 अगस्त के दिन आ रहा है। इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है और इस पर्व के दौरान शादीशुदा औरतें अपने पति के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, पूजा सामग्री और व्रत से जुड़ी कथा इस प्रकार है।
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त
इस साल हरियाली तीज का पर्व 3 अगस्त को है और ये व्रत सुबह 1.36 बजे से शुरू होगी और रात 11 बजकर 5 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। इस व्रत के दौरान किसी भी चीज का सेवन नहीं किया जाता है और शंकर भगवान के संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। पूजा करते समय शिवलिंग पर बेल पत्र , धतूरा, धागा और नए वस्त्र चढ़ाए जाते हैं। जबकि पार्वती मां का श्रृंगार किया जाता है और मां को चूडियां, सिंदूर, बिछुआ, मेहंदी, कुमकुम, कंघी और श्रृंगार की चीजे अर्पित की जाती हैं। माता पार्वती की पूजा करते समय आप ॐ उमायै नम:, ॐ पार्वत्यै नम: या ॐ जगद्धात्र्यै नम: मंत्र का जाप करें। जबकि भगवान शिव की पूजा करते समय
ॐ हराय नम:, ॐ महेश्वराय नम: और ॐ शंभवे नम: मन का उच्चारण जरूर करें।
हरियाली तीज व्रत कथा
पौराणिक मान्यता के मुतबाकि पार्वती मां की और से हरियाली तीज का व्रत रखा गया था। दरअसल मां पार्वती शिव भगवान को अपने पति के रुप में पाना चाहती थी और ऐसा करने के लिए उन्होंने ये व्रत रखा था। कहा जाता है सती मां ने पार्वती मां के रूप में हिमालय के यहां जन्म लिया था। माता पार्वती बचपन से ही शिव से विवाह करना चाहती थी। लेकिन शिव भगवान को विवाह के लिए मनाना इतना आसान नहीं था। जब पार्वती मां बड़ी हुई तो उन्होंने एक जंगल में जाकर तप किया और मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उस शिवलिंग की पूजा की। पार्वती मां की तपस्या देख शिव जी प्रसन्न हो गए। जिसके बाद पार्वती मां ने उनसे विवाह करने की इच्छा जाहिर की। पार्वती मां की बात को शिव भगवान ने मान लिया और इस तरह से पार्वती मां और शिव भगवान का विवाह हो गया।
जब ये व्रत प्रचालित हो गया और ऐसा कहा जाता है कि जो भी लड़की इस व्रत को रखती है उसको शिव भगवान के सामान पति मिलता है। वहीं अगर कोई शादीशुदा औरत इस व्रत को रखती हैं तो उनके पति का आयु बढ़ जाती है।
होता है काफी कठिन व्रत
हरियाली तीज का व्रत काफी कठिन होता है और इस व्रत के दौरान पानी तक नहीं पीया जाता है। जो महिलाएं ये व्रत रखती हैं वो पीपल के पेड़ की भी पूजा करती हैं। वहीं ये व्रत 30 घंटों के लिए रखा जाता है और 30 घंटे बाद पानी पीकर इस व्रत को तोड़ा जाता है।