बुरी लथ के चलते 3 दोस्तों ने पुलिस वाले को ही कर लिया अगवा, कार में बैठा करने लगे ये काम
पुलिस की नौकरी कोई आसान काम नहीं हैं. जब आप ड्यूटी पर होते हैं तो आपका सामना सत्रह तरह के लोगो से होता हैं. इनमे से कई अपराधिक मानसिकता के लोग भी होते हैं जो आपके साथ कुछ भी कर सकते हैं. इसलिए एक पुलिस वाले का हमेशा सतर्क रहना और तुरंत सही निर्णय लेना जरूरी होता हैं. इसकी वजह ये हैं कि कई बार अपराधी डायरेक्ट पुलिस से ही पंगा ले लेते हैं. ऐसा ही एक मामला मुंबई से आया हैं जहां नशे में धूत तीन दोस्तों ने एक पुलिस वाले को ही किडनेप कर लिया. इसके बाद जो हुआ वो किसी ने सोचा भी नहीं था. आइए इस पूरी घटना को विस्तार से जानते हैं.
दरअसल ये पूरा मामला मुंबई के चेंबूर स्थित छेडा नगर की हैं. 16 जुलाई के दिन इस इलाके में एक गाड़ी की वजह से बहुत ट्रैफिक जाम हो रहा था. ऐसे में घटना स्थल पर मौजूद कांस्टेबल विकास मुंडे मौके पर आए और ट्रैफिक की वजह बनी गहरे ग्रे रंग की हौंडा सिटी कार के नजदीक गए. चुकी गाड़ी का कांच लगा हुआ था इसलिए कांस्टेबल मुंडे ने खिड़की खटखटा कर अंदर बैठे लोगो से बातचीत करना चाही. इसके बाद जैसे ही कार की खिड़की खुली तो उसके अंदर से शराब की बदबू आने लगी. कार के अंदर शराब की कई बोतले भी पड़ी हुई थी.
ये नजारा देख कांस्टेबल विकास मुंडे ने कार में सवार तीन लोगो को गाड़ी साइड में लगाकर बाहर निकलने के लिए कहा. हालाँकि अंदर बैठे तीनो लोग उनके साथ बहस करने लगे. उन लोगो ने कांस्टेबल मुंडे को गालियाँ भी दी. इतना ही नहीं उनकी पिटाई भी करने लगे. अब कांस्टेबल मुंडे कुछ समझ या कर पाते इसके पहले ही तीनो दोस्तों ने उन्हें कार के अंदर धक्का दे दिया. इसके बाद वो पुलिसकर्मी को जबरन कार में बैठाकर तेज रफ़्तार से गाड़ी दौड़ाने लगे. वे कई देर तक इधर उधर घूमते रहे.
सौभाग्य से उनके कार में किडनेप होने के बाद एक सहयोगी पुलिस कर्मी ने वॉकी-टॉकी के माध्यम से पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सुचना दे दी. बस फिर क्या था विक्रोली ट्रैफिक पुलिस के पुलिसकर्मियों की एक टीम मुसीबत में फंसे अपने सहयोगी की मदद करने निकल पड़ी. उन्होंने आरोपियों की कार का पीछा किया और उन्हें घाटकोपर में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से कुछ किलोमीटर दूर पकड़ लिया. इसके बाद कार को जब्त किया गया जबकि आरोपियों को हिरासत में लिया गया. हालाँकि एक तीसरा अपराधी वहां से किसी तरह भाग गया.
तिलक नगर पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर एसपी काम्बले के अनुसार पकड़े गए युवको की पहचान विराज एस. शिंदे 21, गौरव एम. पंजवानी 22 साल के रूप में हुई हैं. जो शख्स वहां से भाग निकला था उसका नाम राज सिंह हैं. पुलिस फिलहाल इस तीसरे युवक की तलाश में लगी हुई हैं. पुलिस ने तीनो दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज किया हैं. बताया जा रहा हैं कि ये तीनो इतने ज्यादा नशे में थे कि ठीक से बयान भी नहीं दे पा रहे थे.
ये घटना साबित करती हैं कि शराब पीकर कभी गाड़ी नहीं चलाना चाहिए. ज्यादा शराब आपका दिमाग खराब कर देती हैं. फिर आप होश खोकर फ़ालतू काम करने लगते हैं.