सावन में भगवान शिव को जल चढ़ाने से जुड़ी हैं ये दो कथाएं, हो जाएगी हर कामना पूरी
सावन के महीने को बेहद ही पवित्र माना जाता है और इस महीने के दौरान हर रोज शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ माना जाता है। इस साल सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है जबकि सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई के दिन आ रहा है। सावन के महीने के दौरान शिवलिंग पर जल चढ़ाने से दो कथाएं जुड़ी हुई है और इन कथाओं का उल्लेख पुराणों में मिलता है।
सावन से जुड़ी कथा
पहली कथा
सावन के दौरान शिव जी को जल चढ़ाने से जो कथा जुड़ी हुई है वो समुद्र मंथन के दौरान की है। ऐसा कहा जाता है कि समुद्र मंथन के वक्त समुद्र से विष निकला था। इस विष को ग्रहण करने से हर कोई देवी और देवता डर रहे थे। तब शिव जी इस विष को ग्रहण करने के लिए राजी हुए और उन्होंने इस विष को पी लिया। ये विष काफी जलरीला था इसलिए शिव जी ने इस विष को अपने कंठ पर रोक लिया और अपने पेट के अंदर विष को नहीं जाने दिया। ऐसा करने से शिव जी का कंठ नीला पड़ गया। विष की वजह से शिव जी का शरीर तपने लगा तब देव-देवताओं ने शिव पर जल चढ़ाया। ताकि विष का तप कम हो सके। तब से शिव जी पर जल चढ़ाने की परम्परा शुरू हो गई है। ऐसी मान्यता है कि सावन के दौरान जो लोग सच्चे मन से हर दिन शिव जी को जल अर्पित करते हैं। उन लोगों की हर मनोकामना शिव जी भगवान पूरी कर देते हैं और हर कष्टों से अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।
दूसरी मान्यता
शिव जी भगवान को जल चढ़ाने से एक और कथा जुड़ी हुई है और इस कथा के अनुसार सावन के दौरान ही शिव भगवान धरती पर आए थे और अपने ससुराल गए थे। जब शिव जी अपने ससुराल गए थे तब उनका जलाभिषेक किया गया था और शिव जी की अच्छे से सेवा की गई थी। हिंदू धर्म के अनुसार सावन के महीने के दौरान भगवान शिव अपने ससुराल यानी धरती आते हैं और उनको इस दौरान खुश करके कोई भी मनो कामना पूरी की जा सकती है।
जल के अलावा ये चीजें भी करें अर्पित
जल के अलावा और भी ऐसी चीजे हैं जिन्हें चढ़ाकर शिव जी को खुश किया जा सकता है और उनसे विशेष आशीर्वाद लिया जा सकता है। आप सावन के दौरान शिव पर दूध, बेलपत्र, बेलपत्र का फल और फूल अर्पित करके भी उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। इसके अलावा शिव भगवान का दूध से भी अभिषेक कर सकते हैं।
जरूर रखें व्रत
सावन के दौरान कुल चार सोमवार आते हैं और इन चार सोमवार के दिन व्रत रखना फलदायक माना जाता है। सोमाव के दिन व्रत रखने से भगवान शिव जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसके अलावा ये भी मान्यता है कि सावन के दौरान व्रत रखने से सच्चा जीवन साथी भी मिलता है। इसलिए आप सावन के दौरान व्रत भी जरूर रखें और शिव भगवान के साथ-साथ मां पार्वती की पूजा भी जरूर करें।