जो लोग सृष्टि के नियमों को तोड़ते हैं, उन लोगों को ऐसा करनी की सजा जरूर मिलती है
रामकृष्ण परमहंस जी स्वामी विवेकानंद जी के गुरु थे और स्वामी विवेकानंद ने इन्हीं से प्रेरणा लेकर संसार को धर्म का ज्ञान दिया था। रामकृष्ण परमहंस जी के जीवन से कई तरह के प्रसंग जुड़े हुए हैं। एक प्रसंग के अनुसार एक बार रामकृष्ण परमहंस जी अपने कुछ शिष्यों के साथ बैठे हुए थे और उनको धर्म का ज्ञान दे रहे थे। रामकृष्ण परमहंस जी का एक शिष्य उनकी हर बात को काफी गौर से सुन रहा था। रामकृष्ण परमहंस ने इस शिष्य से पूछा तुम्हारे मन में क्या कोई प्रश्न चल रहा है जो कि तुम मेरे से पूछना चाहते हो। इस शिष्य ने रामकृष्ण परमहंस जी से कहा, नहीं मैं बस आपकी बातों को ध्यान से सुन रहा हूं।
अगले दिन रामकृष्ण परमहंस फिर से ज्ञान की बातें अपने शिष्यों के साथ करने लगे और रामकृष्ण परमहंस जी ने फिर से अपने शिष्य से पूछा, अगर तुम कुछ पूछना चाहते हो तो मेरे से पूछ सकते हों। तब इस शिष्य ने कहा, गुरु जी एक सवाल काफी समय से मेरे दिल के अंदर चल रहा है और मैं इस सोच में हूं कि इस सृष्टि को कौन नियंत्रित करता है और किस तरह से ये पूरी सृष्टि नियंत्रण के साथ चल रही है ? क्या आपके पास मेरे इस सवाल का जवाब है?
अपने शिष्य की ये बात सुनकर रामकृष्ण परमहंस जी ने उनसे कहा, हमारी सृष्टि की रचना परमात्मा के हाथों हुई है और परमात्मा ने बड़ी ध्यान से इस दुनिया और इस दुनिया में रहने वाले हर जीव-जन्तु को बनाया है। परमात्मा ने ही इस सृष्टि के नियमों को बनाया है और ये सृष्टि नियमों के आधार पर ही चलती है। सूर्य उदय होने का एक निर्धारित समय है और सूर्य हमेशा निर्धारित समय पर ही उदय होता है। इसी तरह से हर चीज से जुड़े नियम भगवान ने बनाए हैं।
हमारे सारे ग्रह भी परमात्मा के बनाए गए नियमों का पालन करते हैं और नियमों के तहत ही चलते हैं। इसी तरह से हमारे समाज के लोगों के लिए भी परमात्मा ने कई नियम बनाएं हैं और हमें भी उन्हीं नियमों पर चलना चाहिए। अगर हम इन नियमों का पालन नहीं करते हैं तो परमात्मा हमें इस चीज की सजा देता है। इस सृष्टि के पिता परमात्मा है और हम परमात्मा के बच्चे हैं। जब भी कोई बच्चा गलत रहा पर चलता है तो उसके पिता उसे सजा जरूर देते हैं।
हम सभी पर परमात्मा का नियंत्रण हैं और हम लोगों को सदा सही रास्ते पर ही चलना चाहिए। परमात्मा की वजह से ही ये सृष्टि नियंत्रित है और हमें सदा परमात्मा द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना चाहिए।
कथा से मिली सीख- ये सृष्टि नियमों के आधार पर ही चलती है और जब भी हम लोग इन नियमों को तोड़ते हैं तो हमें परमात्मा इसकी सजा जरूर देते हैं। इसलिए आप इस सृष्टि के नियमों का पालन करें और कभी भी कोई गलत काम करने से बचें। क्योंकि जो लोग गलत काम करते हैं उन लोगों को गलत काम करने की सजा एक दिन जरूर मिलती है