नहीं सुधरे केजरीवाल तो रद्द हो जायेगी आम आदमी पार्टी की मान्यता!
अपने बडबोलेपन और अंतशंट बोलने के लिये हमेशा चर्चाओं में रहने वाले दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं. अरविन्द केजरीवाल को चुनाव आयोग ने चेतावनी दी है कि अगर वो नहीं सुधरे तो उनकी पार्टी की मान्यता रद्द कर दी जायेगी.
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि वो दोबारा ऐसा बयान ना दें, नहीं तो पार्टी की मान्यता रद्द कर दी जायेगी. चुनाव आयोग ने अरविन्द केजरीवाल को उनके जिस बयान पर फटकार लगाई है वो उन्होंने गोवा में दिया था.
क्यों जारी हुआ नोटिस?
गौरतलब है कि 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है ऐसे में आप भी कुछ राज्यों में अपने प्रत्याशियों को उतार रही है ऐसे में गोवा में चुनाव प्रचार के दौरान 8 जनवरी को केजरीवाल ने रैली को संबोधित करते हुये कहा था कि ‘अगर बीजेपी या कांग्रेस वाले पैसे देने आएं तो उन्हें मना मत करना, क्योंकि ये आपके ही पैसे हैं. अपना समझकर चुपचाप रख लेना. यही नहीं अगर वे पैसे ऑफर ना भी करें तो उनके ऑफिस जाइए और पैसे की मांग कीजिए. और जब वोट डालने की बारी आए तो उनके खिलाफ आप के कैंडिडेट्स के लिए बटन दबाएं.’
कई बार कर चुके हैं एक ही गलती :
इसके अलावा 16 जनवरी को केजरीवाल के बयान पर भी चुनाव आयोग ने शो-कॉज नोटिस जारी किया था. उस दिन भी केजरीवाल ने कुछ ऐसी ही बात कहीं थी, केजरीवाल ने कहा था कि ‘बीजेपी-कांग्रेस वाले पैसे बांटने आएंगे, महंगाई को देखते हुए आप लोगों को 5 हजार की बजाय 10 हजार के नए नोट मांगना चाहिए और वोट सिर्फ आप को ही देना है’
चुनाव आयोग का मानना है कि अरविन्द केजरीवाल के ऐसे बयानों से पैसे लेकर वोट देने की कुरीति को बढ़ावा मिलेगा. चुनाव आयोग ने केजरीवाल के इन बयानों की सीडी तैयार की थी और केजरीवाल से जवाब दाखिल करने को कहा था.
चुनाव आयोग पर केजरीवाल की प्रतिक्रिया :
वहीं चुनाव आयोग के इस फैसले से केजरीवाल नाराज हैं और कोर्ट की शरण में जाने की बात भी कर रहे हैं. इस बारे में केजरीवाल ने ट्वीट भी किया और कहा कि आयोग ने लोअर कोर्ट के फैसले को नजरअंदाज करते हुये फैसला वो इसके खिलाफ दुबारा कोर्ट जायेंगे.
संयम रखें केजरीवाल :
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को कहा है कि वो इस बात का ध्यान रखें कि आचार संहिता उल्लंघन करते रहने पर आयोग उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है. अगर केजरीवाल ने अपने भाषण में संयम नहीं रखा तो उनकी पार्टी की मान्यता भी रद्द की जा सकती है.