अखिलेश यादव की लिस्ट से कांग्रेस सन्न, सपा की कैंडिडेट लिस्ट से कांग्रेस बेचैन!
जबसे उत्तर प्रदेश के चुनाव नजदीक आये हैं तबसे सीएम अखिलेश यादव कई बड़े और कड़े फैसले ले चुके हैं, ऐसे में अखिलेश यादव का नया रूप चौकाने वाला है. 5 साल के अपने कार्यकाल में अखिलेश यादव की कई बार सिर्फ इसलिये किरकिरी हुई क्योंकि वो अपने मन मुताबिक फैसले नहीं ले पाते थे. माना जाता था कि उनके फैसले मुलायम सिंह, शिवपाल यादव और आजम खान की वजह से प्रभावित होते हैं.
कई बार तो लोगों ने सीएम अखिलेश के फैसलों और उसपर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बयानों को सुनकर मजाक उड़ाया और कहा कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में एक नहीं चार-चार सीएम हैं. लेकिन बीते कुछ महीनों से अखिलेश यादव के व्यवहार में आये बदलाव बेहद गंभीर हैं और सोचने पर मजबूर करते हैं.
बीते कुछ दिनों से अखिलेश यादव ने कई बड़े और चौंकाने वाले फैसले किये हैं, शुक्रवार को एक बार फिर अखिलेश यादव ने अपने फैसले से सबको चौंका दिया. अखिलेश के इस फैसले से कोंग्रेस सकते में आ गई है. कांग्रेस के पदस्थ नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है.
अखिलेश यादव ने जारी की प्रत्याशियों की लिस्ट :
एक तरफ जहाँ सपा और कांग्रेस में गठबंधन की अटकलें लगायी जा रही थीं वहीँ सीएम अखिलेश ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिये पहले और दूसरे चरण के लिये सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया अखिलेश यादव ने 209 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया. पहले 191 प्रत्याशियों की लिस्ट आई फिर 18 और प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई.
कांग्रेस के नेताओं की बेचैनी बढ़ी :
अखिलेश यादव के इस कदम से कांग्रेस में खलबली मच गई, दिल्ली से लेकर लखनऊ तक कांग्रेस के नेता सन्न रह गये. अखिलेश यादव की लिस्ट में 9 ऐसी सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये गये हैं जहाँ कांग्रेस के सिटिंग विधायक हैं. यानी कि जिन सीटों पर कांग्रेस के विधायक पिछले विधानसभा चुनाव में जीते हैं. लेकिन अखिलेश यादव की इस लिस्ट ने गठबंधन की अटकलों को फ़िलहाल लाल बत्ती दिखा दी है.
शिवपाल यादव को दिया टिकट :
गौर करने वाली बात यह है कि अखिलेश ने अपनी लिस्ट में शिवपाल यादव को भी जगह दी है, उन्होंने इटावा के जसवंत नगर से शिवपाल को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीँ सपा के कद्दावर नेता आजम खान को उनकी परंपरागत सीट रामपुर और उनके बेटे अब्दुल्ला को स्वार से पार्टी का टिकट दिया है. अरविन्द सिंह गोप को रामनगर से प्रत्याशी घोषित किया है और लिस्ट में फ़िलहाल बाहुबली नेता अतीक अहमद का नाम नदारद है.
गठबंधन से इंकार नहीं :
हालांकि गठबंधन की बात से अभी तक इंकार नहीं किया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा का कहना है कि गठबंधन पर अभी भी स्थिति साफ़ नहीं है. और इसपर अखिलेश ही अंतिम फैसला लेंगे. बताया जा रहा है कि सपा 300 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. जबकि कांग्रेस को केवल 100 सीट ही देना चाहती है.
27% मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट :
अखिलेश यादव ने पहली लिस्ट में 191 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं, जिनमें से 52 उम्मीदवार मुस्लिम समुदाय के हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि सपा ने पहली लिस्ट में 27% मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है