दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा बने नए सीबीआई डायरेक्टर!
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में तीन मेंबर्स के पैनल ने सीबीआई का नया चीफ तय करने के लिए बैठक की थी. पैनल में भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे. सरकार ने गुरुवार को रहस्य समाप्त करते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा को सीबीआई का डायरेक्टर नियुक्त किया. सीबीआई प्रमुख के रूप में वर्मा का कार्यकाल दो साल का होगा.
इससे पहले वे तिहाड़ जेल के डीजी के पद पर तैनात थे :
1979 बैच के आईपीएस आलोक वर्मा को पिछले साल मार्च में दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे तिहाड़ जेल के डीजी के पद पर तैनात थे. आलोक वर्मा के अलावा सीबीआई डायरेक्टर पद की दौड़ में तीन और आईपीएस अफसर शामिल थे, जिनमें सशस्त्र सीमा बल की डायरेक्टर अर्चना रामासुंदरम, गृह मंत्रालय के स्पेशल सेक्रटरी रूपक कुमार दत्ता और महाराष्ट्र के डीजीपी सतीश माथुर थे.
वर्मा इससे पहले कभी सीबीआई का हिस्सा नहीं रहे, जबकि बाकी के तीनों अफसर सीबीआई में रह चुके हैं. पीएम मोदी की अध्यक्षता में सिलेक्शन पैनल की मीटिंग में वर्मा के नाम पर आम सहमति नहीं बन सकी थी. खड़गे ने वर्मा के नाम पर यह कहकर आपत्ति जताई थी कि उन्होंने इससे पहले कभी सीबीआई में काम नहीं किया है, लेकिन सरकार ने इस आपत्ति को तरजीह नहीं दी.
सीबीआई निदेशक के पद से दो दिसंबर को अनिल सिन्हा के सेवानिवृत्त होने के बाद एक महीने से अधिक वक्त से यह पद खाली था. फिलहाल गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना देश की प्रमुख जांच एजेंसी के अंतरिम निदेशक हैं.