वर्ल्ड कप 2011 के हीरो रहे युवराज सिंह ने क्रिकेट से लिया संन्यास, कहा- ‘अब ज़िंदगी में…’
सिक्सर किंग कहे जाने वाले युवराज सिंह ने नम आंखों के साथ सोमवार को अंतराष्ट्रीय संन्यास का एलान कर दिया। मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके युवराज सिंह क्रिकेट को अलविदा कह दिया। युवराज सिंह लंबे समय भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर रहे, जिसके बाद अब उन्होंने संन्यास ले लिया। युवराज सिंह ने आखिरी बार वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे खेला था, जिसके बाद उन्हें खराब प्रदर्शन की वजह से टीम में जगह नहीं मिली। जी हां, साल 2011 के विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह ने सोमवार को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर रहे युवराज सिंह के नाम एक ही ओवर में छह सिक्स जड़ने का रिकॉर्ड रहा है, जिसके बाद से ही उन्हें सिक्सर किंग कहा जाने लगा। युवराज सिंह ने अपने करियर में 304 वनडे में 8 हजार 701 रन बनाए हैं, जिसके बाद अब संन्यास ले लिया। साल 2019 के वर्ल्ड कप में युवराज सिंह के नाम की खूब चर्चा रही, लेकिन उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। हालांकि, युवराज सिंह ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन अब जाकर उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया।
नम आंखों से क्रिकेट को कहा अलविदा
Yuvraj Singh: After 25 years in and around the 22 yards and almost 17 years of international cricket on and off, I have decided to move on. This game taught me how to fight, how to fall, to dust off, to get up again and move forward pic.twitter.com/NI2hO08NfM
— ANI (@ANI) June 10, 2019
सोमवार को मुंबई एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए युवराज सिंह ने नम आंखों से क्रिकेट को अलविदा कहा। युवराज सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लिया, जिसके बाद उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। बता दें कि भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह का योगदान कोई भूल नहीं सकता है। युवराज सिंह ने समय समय पर टीम को मुश्किल वक्त से बाहर निकाला। याद दिला दें कि युवराज सिंह ने साल 2000 में क्रिकेट में डेब्यू किया था, जिसके बाद उन्होंने शानदार व अविस्मरणीय योगदान दिया।
अब आगे बढ़ना चाहिए- युवराज सिंह
युवराज सिंह ने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि क्रिकेट ने मुझे लड़ना सिखाया, जिसके बाद अब लाइफ में आगे बढ़ने का समय आ गया। दरअसल, माना जा रहा था कि युवराज सिंह को वर्ल्ड कप में जगह मिलेगी, लेकिन नहीं मिली। आईपीएल के इस सीजन में वे मुंबई के लिए खेले, लेकिन ज्यादा मौके नहीं मिले, जिसके बाद अब युवराज सिंह फ्रीलांस के तौर पर खेलना चाहते हैं, जिसमें विदेश में होने वाले लीग शामिल हैं। संन्यास की घोषणा करते समय युवराज सिंह की आंखों में पानी था।
2011 के विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह
भारतीय टीम को वर्ल्डकप 2011 में चैंपियन बनाने में युवराज सिंह का अहम रोल रहा था। साल 2011 के वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब अपने नाम किया था, जिसके बाद उन्हें कैंसर की बीमारी हो गई थी। कैंसर को हराकर युवराज सिंह ने फिर से अपने करियर की शुरुआत की और उन्होंने जबरदस्त वापसी भी की। बता दें कि साल 2007 के टी20 वर्ल्डकप में युवराज ने एक ओवर में छह छक्के लगाने के कारनामे को अंजाम दिया था। इतना ही नहीं, टी20 इंटरनेशनल में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले वे एकमात्र बल्लेबाज हैं।