अरुणाचल प्रदेश में फिर से खिला कमल , विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली दमदार जीत
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया है और बहुमत से अधिक सीटों को जीतकर बीजेपी एक बार फिर से केंद्रीय में सरकार बनाने जा रही है। इस बार बीजेपी पार्टी ने उत्तर भारत के साथ-साथ पूर्वोत्तर के राज्यों में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों को जीतने के साथ-साथ इस राज्य के विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हुए थे।
जीती 37 सीटे
इस राज्य के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 60 सीटों में से 37 सीटों पर जीत मिली है। जिसके साथ ही बीजेपी पार्टी इस राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही है। बीजेपी के अलावा इस राज्य के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और 7 सीटे अपने नाम की हैं। जबकि इस राज्य में कई सालों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी के हाथ केवल चार ही सीटे लग पाई हैं।
जीत हासिल करना नहीं था आसान
अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं था। क्योंकि इस राज्य की राजनीति में अक्सर उथल पुथल देखने को मिलती रहती है। इस राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव साल 1978 में हुआ थे और उस वक्त इस चुनाव को जनता पार्टी ने जीता था और इस राज्य के पहले मुख्यमंत्री प्रेम खांडू थूंगन बने थे। हालांकि 2 साल बाद यानी 1980 में इस राज्य में फिर चुनाव हुए और कांग्रेस को इस चुनाव में जीत मिली। तब से लेकर अभी तक इस राज्य में कांग्रेस पार्टी का ही दबदबा कायम रहा है। साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी इस राज्य में विजय ही रही थी और इस पार्टी ने 60 में से 42 सीटे जीती थी। जबकि बीजेपी पार्टी के हाथ केवल 11 सीटे ही लग पाई थी।
लेकिन साल 2016 में मुख्यमंत्री पेमा खांडू सहित 42 विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को एक साथ छोड़ दिया और ये सभी विधायक पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) में शामिल हो गए। लेकिन कुछ ही महीनों बाद पीपीए के अध्यक्ष काहफा बेंगिया ने सीएम खांडू और पांच विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया था। जिसके बाद पेमा खांडू सहित 33 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए और बीजेपी ने इस राज्य में सरकार बना ली थी।
बीजेपी से अलग हुए 8 विधायक
साल 2019 के मार्च महीने में अरुणाचल प्रदेश सरकार के गृह मंत्री समेत 8 विधायकों ने बीजेपी पार्टी को छोड़ दिया और ये सभी विधायक नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में जाकर शामिल हो गए। हालांकि साल 2019 के चुनाव को बीजेपी ने पेमा खांडू के नेतृत्व में ही लड़ा।
इस चुनाव में बीजेपी को इस राज्य की जनता का साथ मिला और अब बीजेपी इस राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही है। वहीं विधानसभा के साथ-साथ इस राज्य की लोकसभा सीटों पर भी बीजेपी कब्जा करने में कामयाब हुई और बीजेपी ने इस राज्य की दोनों लोकसभा सीटों को भी जीत लिया है। अरुणाचल में बीजेपी को 50.94 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 17.14 फीसदी वोट शेयर मिला है।