पीएम मोदी के बुजुर्ग चाचा की तबियत बिगड़ी, पहचान छिपाकर अस्पताल में किए गए भर्ती
जब तक इंसान साधारण होता है तो उसे कोई पूछता तक नहीं लेकिन जैसे ही उसके साथ कोई बड़ा नाम जुड़ता है तब उसे हर कोई पहचानने लगता है. फिर अपनी पहचान छिपाकर उन्हें आम आदमियों की तरह काम करवाने प़ड़ते है. कुछ ऐसा ही हुआ प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के चाचा के साथ जो एक सिविल अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं और यहां पर उन्हें अपनी पहचान छिपानी पड़ी जिससे पीएम के रिश्ते की बात सार्वजनिक तौर पर बाहर नहीं आ पाए. मगर अस्पताल में पूछताछ के दौरान ये मामला सामने आ गया है. मीडिया में भी ये बात सामने आई कि पीएम मोदी के बुजुर्ग चाचा की तबियत बिगड़ी, इसके बाद तो हर किसी को पता चल गया.
पीएम मोदी के बुजुर्ग चाचा की तबियत बिगड़ी
पीएम मोदी के चाचा ने तबियत खराब होने पर सूरत के एक अस्पताल का रुख किया और यहां पर उन्होंने किसी को नहीं बताया कि प्रधानमंत्री उनके भतीजे हैं. फिलहाल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई दूसरे लोगों की तरह आम जीवन जीते हैं. अहमदाबाद में रहने वाले उनके परिवार में किसी की तबियत खराब होती है तो वह सिविल अस्पताल में इलाज कराने जाते हैं.
सूरत के पाल अडाजण के रुद्र रेजिडेंसी में रहने वाले 81 साल के कांतिलाल मोदी रिश्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाचा हैं. कुछ समय पहले मोदी के बड़े भाई प्रहलाद मोदी की पत्नी का निधन हो गया था और तब कांतिकाल उनके अंतिम संस्कार में भी गए थे. तभी अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई है. कांतिलाल बुधवार को यूनिरल इंफेक्शन प्रोब्लम होने लगी थी और वे सिविल अस्पताल पहुंचे. डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में बताया कि शुगर लेवल 223 और ब्लड प्रेशर 150 है, फिर उन्हें मेडिसिन से सर्जरी विभाग में रेफर कर एडमिच करा लिया गया और अब वो सामान्य तौर पर हैं.
कांतिलाल ने बताया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उनसे मिलना होता था. प्रधानमंत्री बनने के बाद उनसे नहीं मिल पाए और उन्होंने बताया कि 15 साल से अपने बेटे के साथ वो सूरत में रहते हैं. उन्होंने अभी तक किसी को नहीं बताया कि नरेंद्र मोदी उनके भतीजे हैं और वे सामान्य लोगों की तरह जिंदगी गुजारते हुए बहुत खुश हैं. सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर को इस बात की जानकारी नहीं थी कि पीएम नरेंद्र मोदी के चाचा का वहां इलाज हो रहा फिर भी उनका हालचाल लिया करते हैं. अधीक्षक ने डॉक्टर्स को अच्छे से इलाज कराने का निर्देश किया है.