प्राचीन समय में राजाओं को आकर्षित करने के लिए रानियाँ करती थी ये काम
किसी भी व्यक्ति का लुक उसकी पर्सनालिटी और कॉन्फिडेंस में चार चाँद लगाने का काम करता हैं. यही वजह हैं कि हर कोई ज्यादा से ज्यादा खुबसूरत दिखने की कोशिश में लगा रहता हैं. इसके लिए लोग कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स, मेकअप और यहाँ तक की सर्जरी तक का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या आप ने कभी सोचा हैं कि पुराने जमाने में महारानियाँ अपनी ब्यूटी को मेंटेन करने के लिए क्या किया करती थी? हम सभी ने प्राचीन समय की रानियों की खूबसूरती के बारे में सूना हैं. उनकी सुंदरता के ऊपर राजा महाराजा मर मिटते थे. कई बार तो इसी खूबसूरती के चक्कर में युद्ध तक छिड़ जाया करता था. अब उस दौर में तो कोई ब्यूटी प्रोडक्ट्स होता नहीं था इसलिए रानियाँ खुद को सुंदर बनाए रखने के लिए कुछ ख़ास नुस्खों का इस्तेमाल किया करती थी. आज हम आपको उन्हीं नुस्खों से रूबरू कराने जा रहे हैं. दिलचस्प बात ये हैं कि आप खुद भी इन टिप्स को आजमा कर खुद की सुंदरता को और भी निखार सकते हैं.
गधे के दूध से स्नान
गधे के दूध में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं. इसलिए प्राचीन समय में रानियाँ गधे के दूध से स्नान किया करती थी. वे नहाने से पहले इसमें शहद और जेतून का तेल भी मिलाती थी. इन तीनो का कॉम्बिनेशन उनकी स्किन में निखार ला देता था और वे अपनी असली उम्र से ज्यादा यंग दिखाई देती थी.
गुलाब का इत्र
गुलाब की पत्तियों से स्किन चमकने लगती हैं. इससे नहाने के बाद खूबसूरती के साथ फ्रेशनेस भी बढ़ती हैं. यही वजह हैं कि रानियाँ उस दौर में गुलाब के पानी से नहाती थी. साथ ही राजाओं का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए वे गुलाब से बने इत्र का भी उपयोग करती थी.
मदिरा
मदिरा यानी की बीयर के अंदर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती हैं जो कि आपकी स्किन और हेयर के लिए फायदेमंद हैं. रानियाँ बीयर में अंडा और नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाती थी और इसका मास्क भी चेहरे पर अप्लाई करती थी. इससे उनकी स्किन यंग दिखती थी.
शहद और जेतून का तेल
आप ने कई तस्वीरों में देखा होगा कि रानियों के बाल बहुत घने, काले और लम्बे हुआ करते थे. ये उनकी सुंदरता का मुख्य आकर्षण होते थे. उस जमाने में अपने बालों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए रानियाँ शहद और जेतून के तेल का मिक्सर बालों पर अप्लाई किया करती थी. इससे बालों के झड़ने की समस्यां का भी समाधान हो जाता था.
एवोकाडो मास्क
एवोकाडो नाशपाती के आकार का एक उष्णकटिबंधीय फल होता हैं. रानियाँ अपने चेहरे के दाग धब्बों को हटाने के लिए इसी फल का मास्क लगाया करती थी. इतना ही नहीं इस फल को खाकर वो अपने फिगर को भी मेंटेन रखती थी.
अखरोट
अखरोट खाने से रानियों का दिमाग तेज़ होता था. साथ ही इसका सेवन कर वे अपने बॉडी शेप को कर्वी और आकर्षक बनाती थी. रानियाँ उस जमाने में रोजाना अखरोट और गाजर खाया करती थी. ये उनके अंदरूनी अंगों को तो सेहतमंद रखता ही था पर साथ ही उनकी सुंदरता भी बड़ा देता था.