Avengers Endgame देखने पहुंची थी लड़की, फिल्म खत्म होते ही पहुंची हॉस्पिटल
न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: हाल ही में रिलीज हुई फिल्म हॉलीवुड मल्टीस्टारर फिल्म ‘Avengers Endgame’ बॉक्स-ऑफिस पर रिलीज हुई। बता दें कि इस फिल्म ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी। इस फिल्म का क्रेज लोगों में इस कदर था कि इस फिल्म के टिकट फिल्म के सिनेमा घरों में आने से पहले ही पूरे बुक थे और ये हाल सिर्फ एक सिनेमाघर का नहीं था बल्कि सभी का था कि फिल्म की रिलीज के पहले ही इस फिल्म के शोज की प्रीबुकिंग हो चुकी थी और फिल्म का हर शो हाउस फुल जा रहा था।
फिल्मों के शौकीन तो काफी लोग होते हैं और इस फिल्म का क्रेज भी लोगों में कुछ ऐसा ही था। लेकिन आपने कभी सुना है कि फिल्म देखकर कोई इतना इमोशनल हो जाए कि अपने इमोशंस पर कंट्रोल ही ना कर पाए और अस्पताल में भर्ती हो जाए। ये बात सुनकर आपको भी हैरानी हो रही होगी ना? हैरानी होना लाजमी भी है कि आखिर किसी फिल्म को देखकर कोई कैसे अस्पताल पहुंच सकता है। लेकिन ऐसा ही एक मामला चीन में सामने आया है। जहां इस फिल्म को देखने आई एक 21 साल की लड़की फिल्म देखने के बाद अस्पताल पहुंच गई।
बता दें कि चीन में एक 21 साल की लड़की ‘एवेंजर्स एंडगेम’ देखने के लिए थिएटर पर गई। पूरी फिल्म में तो वो बिल्कुल ठीक रहीं लेकिन फिल्म की एंडिंग देखकर के वो इतना भावुक हो गई और इतना रोई की उसको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। बता दें कि वो लड़की ‘हाइपरवेंटिलेशन’ सिंड्रोम से पीड़ित थी।
क्या होता है हाइपरवेंटिलेशन
बता दें कि हाइपरवेंटिलेशन एक ऐसी स्थिति होती हैं जिसमें व्यक्ति तेज सांसे भरने और छोड़ने लगता है। यह एक अटैक की तरह होता है। जिसमें व्यक्ति के ज्यादा सांस लेने की वजह से उसके खून में कार्बन डाई ऑक्साइड का निष्कासन बढ़ जाता है। और शरीर के खून में कार्बन डाईमऑक्साइड का दबाव कम होने लगता है। जिस वजह से रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाएं संकुचित होने लगती हैं। बता दें कि पुरूषों की तुलना में ये परेशानी 15 से 55 साल की उम्र की महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है।
हाइपरवेंटिलेशन के मुख्य लक्षण
- चक्कर आना
- उंगलियां, हाथ और मुंह के आस-पास सुन्न महसूस करना
- छाती में दर्द
- घबराहट और सांस की तकलीफ
- सांसों की कमी
- सूजन और पेट फूलना
- शारीरिक कमजोरी महसूस करना
हाइपरवेंटिलेशन के कारण
- बता दें कि घबराहट और ज्यादा तनाव हाइपरवेंटिलेशन का सबसे आम कारण हैं।
- कम नींद का लेना, बता दें जब इंसान की नींद की कमी पूरी नहीं होती है तो इस स्थिति में मनुष्य का दिल रक्त को पंप नहीं कर पाता हैं और इस वजह से हाइपरवेंटिलेशन की समस्या होती है।
- फेफड़ों से जुड़ी बीमारी जैसे अस्थमा, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), पल्मोनरी एम्बोलिज्म फेफड़ों की कुछ सामान्य बीमारियां हैं जो क्रोनिक हाइपरवेंटिलेशन का कारण बनती हैं.
हाइपरवेंटिलेशन से बचाव
बता दें कि जब भी किसी को हाइपरवेंटिलेशन का अटैक पड़ता है तो सबसे पहले अपनी सांसों को नियंत्रित रखें, बता दें कि ध्यान दें कि ऐसे में व्यक्ति को हर 5 सेकंड में एक बार सांस लेने की कोशिश करनी चाहिए।
इसके अलावा अपने होठों को उस आकार में रखें जैसे आप सीटी बजा रहे हों।
अपनी नाक के एक छेद को बंद करके दूसरे छेद से सांस लें और ऐसा बार-बार करें।