एक तोता जिसे अपनी चोंच नहीं थी बिलकुल पसंद, लेकिन एक दिन उसको समझा आई अपनी चोंच की कीमत
एक जंगल में एक तोता अपने परिवार के साथ रहा करता था। ये तोता रोज अपने दोस्तों बाज, कोयल, कौवा और हंस के साथ खेला करता था। लेकिन एक दिन अपने इन दोस्तों के साथ खेलते हुए इस तोते को इस बात का एहसास हुआ कि इसकी चोंच बाज, कोयल, कौवा और हंस के मुकाबले काफी अलग है और दिखने में बिलकुल भी सुंदर नहीं हैं। ये तोता अपनी चोंच के सुंदर ना होंने को लेकर खूब दुखी रहने लगा। एक दिन इस तोते की मां ने इससे पूछा की तुम क्यों इतना दुखी रहने लगे हों? अपनी मां के सवाल पर इस तोते ने उनसे कहा कि ‘मेरी चोंच काफी अजीब सी है। मेरे दोस्ते के पास सुंदर चोंच है’। इसलिए मैं दुखी हूं। भगवान ने ना जाने क्यों हमें ऐसी चोंच दी है।
तोते की ये बात सुनकर उसकी मां ने उससे कहा कि तुम ज्ञानी काका के पास जाओ और उनको अपनी ये परेशानी बताओ। क्या पता ज्ञानी काका तु्म्हारी मदद कर दें। अपनी मां की सलाह मानते हुए तोता जंगल के ज्ञानी काका के पास चले गया। ज्ञानी काका के पास जाकर तोते ने उनको कहा कि मैं आजकल काफी दुखी रहता हूं, क्योंकि मेरी चोंच काफी अजीब है। मेरे दोस्त बाज, कोयल, कौवा और हंस को भगवान ने सुंदर चोंच दे रखी है। मगर मेरे को भगवान ने सुंदर चोंच नहीं दी है।
तोते की बात सुनकर ज्ञानी काका ने कहा कि क्या तुम मछली खाना चाहते हो या फिर कीड़े मकोड़े। ज्ञानी काका की बात सुनकर तोते ने कहा नहीं बिलकुल नहीं। मैं ये सभी चीजे खाना पसंद नहीं करता हूं। ज्ञानी काका ने कहा तो क्या तुम चूहा खाना चाहते हो, ज्ञानी काका की बात सुन तोते को गुस्सा आया गया और वो बोला की आप कैसी बात कर रहे हैं। आपको पता है कि हम इस प्रकार की चीजें नहीं खाया करते हैं।
तोते की ये बात सुनकर ज्ञानी काका ने उससे कहा तुम मछली, चूहे जैसे चीजों को नहीं खाना पसंद करते हों क्योंकि तुमे भगवान ने बाज, कोयल और कौवा से अलग बनाया है। जो चीजे तुमको खाना पसंद है वो चीजे तुम्हारे दोस्तों को खाना पसंद नहीं है। अगर तुम्हारी चोंच बाज, कोयल और कौवा जैसे होती तो तुम्हें मछली, कीड़े, चूहे खाने पड़ते। लेकिन तुम्हें भगवान ने उनसे अलग बनाया है, जिसकी वजह से तुम इस प्रकार की बेकार चीजे नहीं खाते हों। अपने जीवन तुम ये ना सोचों की दूसरे के पास क्या है, और तुम्हारे पास क्या नहीं है। जैसा भगवान ने तुमको बनाया है तुम वैसे ही ठीक हो। ज्ञानी काका की बात सुनकर तोते को समझ आ गया की उसके पास जो चोंच है वो उसकी मदद से ही अपनी पसंद की चीजे खा पाता है और जो चोंच उसे भगवान ने दी है, उसकी उसे कदर करनी चाहिए।
इस प्रेरणादायक कहानी से हमें ये ज्ञान मिलता है कि जीवन में आपको जो भी भगवान ने दिया है उसका अपमान नहीं करना चाहिए और कभी भी अपनी चीजों की तुलना किसी और से नहीं करनी चाहिए, जो आपको मिला है आप उसमें खुश रहना सीखें।