पंजाब चुनाव: क्या हैं पंजाब की जनता से कांग्रेस के वादे?
INC यानी कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पंजाब चुनाव के लिये अपनी कमर कस ली है. सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पंजाब चुनावों के लिये कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया. मनमोहन सिंह ने मेनिफेस्टो (घोषणा पत्र) जारी कारते हुये कहा कि ‘बीते 10 सालों में पंजाब बहुत पीछे चला गया है. कांग्रेस के मेनिफेस्टो में प्रदेश की बेहतरी के मुद्दों को जगह दी गई है.’
कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार :
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कैप्टन अमरिंदर की फोटो को बाकी नेताओं के मुकाबले बड़ा प्रकाशित किया है, गौरतलब है कि कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब चुनाव के लिये मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है.
मनमोहन सिंह ने अपने बयान में कहा कि पंजाब को कैप्टन अमरिंदर सिंह के जैसे कुशल नेतृत्व की जरूरत है. जिससे प्रदेश को पिछले 10 साल में हुये नुकसान की भरपाई की जा सके. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा हमें उम्मीद है की अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में बनने वाली सरकार पंजाब को विकास की ओर ले जायेगी.
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वर्तमान बादल सरकार प्रदेश में जमीनों, इमारतों और वृद्धाश्रमों को भी बेचने में जुटी हुई है, उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है की वो पंजाब को विकास की ओर ले जायेंगे.
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई बड़े वादे किये हैं, कांग्रेस के घोषणा पत्र से कुछ महत्वपूर्ण वादे इस प्रकार हैं-
‘पंजाब दा पानी, पंजाब वास्ते’ वैसे तो घोषणा पत्र में सतलुज यमुना लिंक का जिक्र नहीं किया गया है लेकिन यह पंक्ति घोषणा पत्र की पहली लाइन है.
पंजाब की जनता से कांग्रेस के वादे-
4 सप्ताह में ड्रग्स की सप्लाई और उसके इस्तेमाल को खत्म करने का वादा
बेरोजगार युवकों को 2,500 रुपये मासिक भत्ता देने का वादा
उद्योगों को 5 रुपये प्रति यूनिट बिजली का वादा
छात्रों को मुफ्त स्मार्टफोन का वादा
घर-घर में रोजगार का वादा
किसानों की कर्ज माफी का वादा
आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा का वादा
नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में महिलाओं को 33% आरक्षण का वादा
बेघर दलितों को मुफ्त में आवास उपलब्ध कराने का वादा
ओबीसी समुदाय के हितों की रक्षा का वादा
लड़कियों के लिए केजी से पीएचडी तक मुफ्त शिक्षा का वादा