आयकर विभाग ने किया 281 करोड़ के कैश रैकेट का पर्दाफाश, पार्टी के मुख्यालय भेजा जा रहा था कैश
आयकर विभाग की और से भोपाल और इंदौर सहित देश के कई हिस्सों में छापेमारी की गई है। छापेमारी के दौरान आयकर विभाग के हाथ 14 करोड़ 60 लाख से ज्यादा की नकदी लगी है और 281 करोड़ रुपये के बेहिसाब नकदी के रैकेट का पता आयकर विभाग को चला है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक आयकर विभाग के हाथ पैसों के अलावा संदिग्ध भुगतान से जुड़ी एक डायरी भी लगी है और ये सब चीजें मुख्यमंत्री कमलनाथ के कई करीबी लोगों के यहां से बरामद किए गई हैं।
क्या क्या मिला छापेमारी के दौरान
आयकर विभाग की टीमों को छापेमारी में पैसों के अलावा शराब की 252 बोतलें, हथियार, बाघ की खाल भी मिली है और इस छापेमारी मेें करोड़ों के लेन-देन होने के सबूत भी हाथ लगे हैं। इसके अलावा टैक्स चोरी करने वाली 80 कंपनियों की जानकारी से जुड़े सबूत भी आयकर विभाग ने इस छापेमारी के दौरान जब्त किए हैं।
राजनीतिक पार्टी को दिए गए 20 करोड़
आयकर विभाग को मध्य प्रदेश में कारोबारियों, राजनेताओं और नौकरशाहों समेत अन्य क्षेत्र के व्यक्तियों के जरिए 281 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी जुटाने के सुव्यवस्थित (Well organized) रैकेट का पता लगा है। सोमवार को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की और से छापेमारी को लेकर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि नकदी का एक बड़ा हिस्सा दिल्ली की एक बड़े राजनीतिक पार्टी के दिया गया है और ये पैसे इस दल के मुख्यालय में भेजे गए है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अनुसार करीब 20 करोड़ रुपये तुगलक रोड पर रहने वाले किसी जाने माने व्यक्ति के घर से दिल्ली की बड़ी राजनीतिक पार्टी के दफ्तर पर भेजने के सुराग मिले हैं। ये पैसे हवाला के जरिए आए हैं। हालांकि ये राजनीति पार्टी कौन सी है इसके नाम का खुलासा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा नहीं किया गया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के करीबियों के घर पड़ा था छापा
आयकर विभाग ने रविवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह के पूर्व विशेष कार्याधिकारी प्रवीण कक्कड़, पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी, अश्विनी शर्मा, इनके बहनोई की कंपनी से जुड़े अधिकारी, इनके भांजे रतुल पुरी और पारसमल लोढ़ा के यहां पर छापेमारी की थी। इस दौरान आयकर विभाग के हाथ कई सारे सबूत लगे है। छापे के दौरान अधिकारियों ने 14.6 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद की है। मध्य प्रदेश और दिल्ली में रहने वाले जानेमाने लोगों के बीच हुए संदिग्ध भुगतान से जुड़े सबूत भी विभाग के हाथ लगे हैं। रविवार को शुरू की गई ये छापेमारी सोमवार को भी जारी थी और अब तक चार राज्यों के 52 ठिकानों पर छापेमारी की जा चूकी है। बताया जा रहा कि आयकर विभाग के लगभग 300 कर्मचारियों ने इन 52 ठिकानों पर छापेमारे हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपना प्रचार करने में लगी हुई है और कहा जा रहा है कि इन पैसों का इस्तेमाल चुनावों के दौरान होने वाला था। ऐसी संभावना है कि आयकर विभाग द्वारा बरामद की गई नकदी का इस्तेमाल मध्य प्रदेश और दिल्ली में राजनीतिक चुनाव प्रचार और वोटर को रिश्वत देने के लिए किया जा रहा था।