ईरानी राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी, हुआ ये सबसे बड़ा सम्झौता !! जानें क्या है ये
बता दें कि इस समझौते के बाद भारत को पाकिस्तान जाए बिना अफगानिस्तान जाने का रास्ता मिलेगा। चाबहार ईरान का बंदरगाह है जिसे कूटनीतिक नजरिए से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां से भारत का दबाव चीन और पाकिस्तान पर बना रहेगा। इस समझौते की मदद से ईरान से तेल आयात दोगुना करने में भी मदद मिलेगी। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि ईरान आने पर खुशी हो रही है और वो गर्मजोशी से भरे स्वागत से अभिभूत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वे ईरान को कभी नहीं भूल सकते क्योंकि गुजरात में भूकंप आने के दौरान सबसे पहली मदद ईरान की ओर से ही आई थी। पीएम ने कहा कि जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं वो हमारी रणनीतिक साझेदारी में नया अध्याय जोड़ेंगे।
ईरान दौरे से पहले ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि उनके दौरे का मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच निवेश और व्यापार को बढ़ावा देने के साथ ही ऊर्जा व कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर होगा।