Online Survey : क्या राहुल के ‘जन आवाज़’ से कांग्रेस चख पाएगी सत्ता का स्वाद? दीजिये अपनी राय
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें कई बड़े वादे किये गए हैं। घोषणापत्र के ज़रिए राहुल गांधी चुनाव जीतने का दावा भी करते हुए नजर आएं। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र को जन आवाज़ का नाम दिया है, जिसके ज़रिए दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने का सपना भी बुन लिया गया है। कांग्रेस पार्टी ने जन आवाज़ के ज़रिए कई बड़े वादे किये हैं, जिसको पूरा करने के लिए ‘हम निभाएंगे’ का नारा भी दिया गया है। कांग्रेस का घोषणापत्र आने के बाद सबके मन में एक यही सवाल उठ रहा है कि क्या जन आवाज़ के ज़रिए कांग्रेस सत्ता का स्वाद चखने में सफल रहेगी?
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र
कांग्रेस पार्टी ने बड़े ही ठाठ बाट से प्रेस कांन्फ्रेंस करके लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें पार्टी की तरफ से कई बड़े वादे किए गये हैं। तो चलिए जानते हैं कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र क्या कुछ कहता है?
1. हर साल गरीब तबके के 20 फीसदी लोगों के खाते में 72 हजार रुपये डाले जाएंगे।
2. युवाओं को तीन साल तक बिजनेस चलाने के लिए किसी भी तरह की परमिशन लेने की ज़रूरत नहीं होगी।
3. कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बाद मार्च 2020 तक 20 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा।
4. मनरेगा में काम के दिनों को 100 से बढ़ाकर 150 करने का वादा।
5. किसानों के लिए संसद में अलग से बजट पेश करने का वादा। किसानों का कर्ज न चुका पाना अपराध के दायरे से होगा बाहर।
6. जीडीपी का 6 फीसदी हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जाएगा, जिसके ज़रिए स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बनाने का काम होगा।
7. स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का वादा।
8. जीएसटी को आसान बनाएंगे।
9. राष्ट्रीय सुरक्ष सलाहकार को संसद के दायरे में लाएंगे।
10. 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार दिया जाएगा।
क्या कहता है राहुल का ‘जन आवाज़’?
कांग्रेस के घोषणापत्र पर अगर गौर किया जाए तो एक बार फिर से जनता को लालीपॉप देने का काम किया गया है। घोषणापत्र में कांग्रेस पार्टी ने भले ही बड़े बड़े वादे किये गए हैं, लेकिन सवाल यही उठता है कि आखिर कांग्रेस पर क्या दोबारा जनता भरोसा करना चाहेगी? हालांकि, राहुल गांधी घोषणापत्र जारी करते समय बार बार यही कह रहे थे कि हम पर भरोसा कीजिए, हम करके दिखाएंगे। राहुल ने कहा कि बीजेपी जुमला बोलती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी हकीकत बयां करती है।
राहुल के ‘जन आवाज़’ से होगी कांग्रेस की नैया पार?
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र का ऐलान किया, जिसको उन्होंने जन आवाज़ का नाम दिया है।साथ ही राहुल ने हम निभाएंगे का भी नारा दिया। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के जन आवाज़ के ज़रिए सत्ता का स्वाद चख पाएगी या नहीं? हालांकि, इस सवाल का जवाब तो लोकसभा चुनाव के नतीजे ही दे पाएंगे, लेकिन अगर एक्सपर्ट की माने तो हर पार्टी घोषणापत्र में लोक लुभावने वादे करती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता है कि वह सत्ता में आ ही जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के इतिहास पर अगर गौर किया जाए तो 2009 के लोकसभा चुनाव में बड़े वादे की बदौलत कांग्रेस सत्ता में आई थी, जिसमें सबसे बड़ा वादा किसानों का कर्जमाफ था, जोकि इस बार गायब दिख रहा है। खैर, 2014 में भी कांग्रेस पार्टी ने बड़े बड़े वादे किये थे, लेकिन मोदी लहर में हाशिये पर पहुंच गई थी।
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