लगातार गर्म चाय पीते हैं तो हो जाइए सावधान, कैंसर से जल्दी प्रभावित होते हैं ऐसे लोग
जो लोग दिनभर मेहनत करते हैं वे दिनभर चाय पीते हुए अपनी थकान और भूख को मिटाते हैं. उनके मुताबिक ऐसा करने से ही वे दिनभर बिना ब्रेक के काम कर सकते हैं क्योंकि चाय उनके लिए थकान मिटाने की जड़ी बूटी का काम करती है. मगर असल में ऐसा होता है ये एक विडम्बना है या फिर व्यक्ति के दिमाग में ये बात बैठ जाती है या सच में ऐसा है ये कहना थोड़ा मुश्किल है. मगर ज्यादा चाय पीना सेहत को नुकसान देता है ये बात तय है. ऊपर अगर आप लगातार गर्म चाय पीते हैं तो हो जाइए सावधान, क्योंकि ये आपके अंदर एक ऐसी गंभीर बीमारी ला सकता है जिसका उपचार शायद मुश्किल हो जाए.
लगातार गर्म चाय पीते हैं तो हो जाइए सावधान
ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति की सेहत उसके खुद के हाथों में होती है क्योंकि वो जितना संयम बर्तेगा बीमारियां उससे उतनी ही दूर रहेगी. हमारे शरीर के कुछ अंग बहुत नाजुक होते हैं खासकर शरीर के अंदर के पार्ट्स, जिसे हमें हर बुरी चीजों से बचाना चाहिए. हाल ही में एक रिसर्च हुआ है जिसमें पाया गया है कि लगातार गर्म चाय पीने वालों में एसोफेगल कैंसर होने के लक्षण पाए जा सकते हैं. द अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में हुए इस रिसर्च पर वैज्ञानिकों का कहना है कि उन लोगों को इस बात के लिए सचेत हो जाना चाहिए जो जरूरत से ज्यादा गर्म चाय, कॉफी या फिर दूसरी गर्म चीजों का सेवन करते हैं. आपको बता दें कि एसोफेगस कैंसर भारत में छठे नंबर का सबसे गंभीर कैंसर माना जाता है जबकि विश्व स्तर पर इस कैंसर को 8वें सबसे खतरनाक कैंसर के पायदान पर रखा गया है.
द अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुख्य लेखकर फरहाद इस्लामी के मुताबिक, बहुत से लोग गर्मागर्म चाय, कॉफी या दूसरे जो भी पेय पदार्थ पीने का शौक रखते हैं. यह शौक एक हद तो ठीक है लेकिन इसका ज्यादा सेवन एसोफेगस कैंसर की शंका को बढ़ा देता है. किसी भी पेय पदार्थ को लगभग 4 मिनट तक ठंडा करने के बाद ही पीना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इससे गले और पेट के बीच का फूड पाइप बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है और ऐसा खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है जो लगातार 75 डिग्री सेलिसियस पर पेय पदार्थो का सेवन करते रहते हैं.
पुरुषों में बढ़ता है ये खतरा
ज्यादातर पुरुष ही काम में उलझे होने के कारण खाना तो समय पर नहीं खाते लेकिन चाय या कॉफी के बल पर दिनभर काम करते हैं. अब इस काम के दौरान उनकी चाय या कॉफी एक या दो बार नहीं बल्कि 10 से 20 या कभी-कभी इससे भी ज्यादा बार हो जाती है. इसमें उसे ठंडा करके नहीं बल्कि जल्दबाजी में गर्म-गर्म ही पीते हैं इसलिए ये खतरा पुरुषों में ज्यादा होता है. रोजाना 60 डिग्री सेल्सियस पर 700m चाय पीने से 90 प्रतिशत तक लोगों को ऐसोफेगल कैंसर होने का खतरा होता है. कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तेज गर्म पेय पदार्थ मुंह और गले में जलन पैदा करती है जो बाद में कैंसर का रूप लेती है. शोधकर्ताओं ने ये भी साबित किया है कि ये कैंसर महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है.