एकादशी के दिन ऐसे करेंगे लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना, तो दूर हो जाएंगी सारी समस्याएं
हिंदू धर्म में तिथि का बहुत ही महत्व होता है। तिथि के हिसाब से ही शुभ काम भी किया जाता है। इतना ही नहीं, शुभ काम करने से पहले मुहूर्त भी देखा जाता है और अगर मुहूर्त शुभ तिथि का नहीं होता है, तो काम टाल दिया जाता है। इसी कड़ी में एकादशी का भी अपना एक अलग महत्व है। हर महीने में दो एकादशी होती है। एक कृष्ण पक्ष की तो वहीं दूसरी शुक्ल पक्ष की। एकादशी के दिन खास तरीके से पूजा पाठ करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। जी हां, 17 मार्च यानि रविवार को रंगभरी एकादशी है, जोकि शुक्ल पक्ष की है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस एकादशी का बहुत महत्व होता है, क्योंकि यह होली से ठीक पहले पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो एकादशी के दिन भगवान विष्णु के सभी अवतारों की पूजा अर्चना करनी चाहिए, इससे घर परिवार में शांति का माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं, एकादशी के दिन भगवान विष्णु के श्रीकृष्ण यानि लड्डू गोपाल की विशेष रुप से पूजा अर्चना करनी चाहिए।
एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की ऐसे करें पूजा अर्चना
एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना ज़रूरी करनी चाहिए। इतना ही नहीं, अगर आप इस दिन विशेष रुप से लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करेंगे तो आपके घर में खुशियां आएंगी। ऐसे में आपको नीचे बताए गये विधि विधानों के साथ ही एकादशी के दिन पूजा अर्चना करनी चाहिए –
1. एकादशी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा सुबह और शाम दोनों समय करें।
2. लड्डू गोपाल को लड्डू का भोग लगाना न भूले और साथ ही प्रसाद में तुलसी के पत्ते ज़रूर रखें।
3. लड्डू गोपाल की पूजा करने के लिए सबसे पहले आप नहा ले और अगर शाम का समय है, तो अपने हाथ अच्छे से धो लें।
4. इसके बाद लड्डू गोपाल के हाथो को भी जल से साफ करें और फिर ताज़े फूल रखें।
5. पूजा करते समय लड्डू गोपाल को पीला, नीला या फिर हरे रंग की आसन पर ही बिठाएं।
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6. पूजा करने से पहले लड्डू गोपाल के पैर ज़रूर धोएं और जिस बर्तन में धो रहे हैं, उसमें फूलों की पंखुडियां ज़रूर होनी चाहिए।
7. दूध, दही, घी, शहद और चीनी को मिलाकर पंचामृत बनाएं और इसमें तुलसी का पत्ता डालें।
8. पूजा के लिए दूर्वा घास, कुमकुम, चावल, अबीर, सुगंधित फूल ज़रूर रखें।
9. लड्डू गोपाल की पूजा के लिए ताजे फल, मिठाइयां, लड्डू, मिश्री, खीर, तुलसी के पत्ते और फल शामिल करें।
10. लड्डू गोपाल को दीपक हमेशा देसी घी के ही जलाने चाहिए।
उपरोक्त तैयारियों के बाद ही लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करनी चाहिए और ध्यान रहे कि पूजा करते हुए अपना ध्यान नहीं भंग करें और आरती के साथ ही पूजा को खत्म करें। इसके बाद प्रसाद को आसपास मौजूद लोगों के बीच बांटना चाहिए।