ट्रेन के टॉयलेट से आ रही थी महिला के चीखने की आवाज, नहीं खुला दरवाजा तो लोगों ने किया ऐसा बवाल
कभी-कभी इंसान के सामने ऐसा मंजर आ जाता है जिसे वो देख तो सकता है लेकिन उस भयानक मंजर को खत्म नहीं कर पाता है. मगर मध्यप्रदेश में एक ऐसी घटना हुई जिसे लोग देखते तो रहे लेकिन कुछ नहीं कर पाए लेकिन एक आदमी ने आज के दौर में चल रहे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए एक महिला की जान बचा ली. ऐसी समझदारी आज के दौर में कम लोग ही करते हैं और इस आदमी ने ये साबित कर दिया कि अगर कोई व्यक्ति चाह ले तो कैसे भी किसी की भी मदद कर सकता है बस उसके अंदर विल पावर होनी चाहिए. जब वो किसी ट्रेन में सफर कर रहा था तब ट्रेन के टॉयलेट से आ रही थी महिला के चीखने की आवाज, फिर उस आदमी सोशल मीडिया का सहारा लिया.
ट्रेन के टॉयलेट से आ रही थी महिला के चीखने की आवाज
मध्य प्रदेश के मंदसौर की बात है जब बडोदरा-काटा पैसेंजर ट्रेन में मंगलवार को महिला शौचालय में मिली. ट्रेन में सफर कर रहे यात्री ने रेल मंत्री को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी और इससे ट्रेन शामगढ़ पहुंचने पर आरपीएफ ने दरवाजा तोड़कर महिला को बाहर निकाला और बाद में उसे जीआरपी ने गार्ड को सौंप दिया. इस दौरान वो ट्रेन पूरे 10 मिनट शामगढ़ स्टेशन पर खड़ी रही. मंगलवार को एक सेल्समैन ईश्वर प्रजापति रतलाम ने शामगढ़ के लिए बडोदरा-कोटा पैसेंजर में सवार हुए और रतलाम का ध्यान कुछ देर बाद उस बोगी के ट्वॉयलेट पर गया. जब वो पास जाकर कान लगाकर सुनने लगे तो उन्हे एक महिला के चिल्लाने की आवाज आई. उन्हें लगा कि कोई है जो महिला के साथ जबरदस्ती कर रहा या उसका गला दबा रहा है. फिर उसने दरवाजा खोलने का प्रयास किया लेकिन वो खुला नहीं, रतलाम ने कई बार कोशिश की लेकिन वो हर बार असमर्थ रहता दरवाजा खोलने में तो उसे एक तरकीब सूझी.
इसके बाद कुछ भीड़ वहां इकट्ठा हो गई और लोगों ने भी दरवाजा खोलने का प्रयास किया लेकिन किसी से वो दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद रतलाम ने रेलमंत्री पियूष गोयल को ट्वीट किया और इस पर भारतीय रेल से तुरंत जवाब भी आया. इसी बीच यात्रियों ने सूचना दी तो एक आरपीएफ जवान भी उसी बोगी में आ गया लेकिन बिना कुछ किए वहां से चला गया. इतने में ट्रेन शामगढ़ स्टेशन पहुंच गई जहां पर आरपीएफ एसआई कृष्ण शर्मा और स्टाफ के लोग मौके पर पहुंच गए और दरवाजा खटखटाया. अंदर से महिला की चिल्लाने की आवाज बराबर आ ही रही थी तो जवानों ने दरवाजा तोड़ दिया. शामगढ़ जीआरपी टीआई रमेश सिंह ने बताया कि महिला विक्षिप्त हालत में मिली. उसे कोटा मंडल के हवाले कर दिया गया.
लोगों को लगा कोई कर रहा जबरदस्ती
महिला कुछ ऐसे चिल्ला रही थी कि लोगों को लगा कि कोई उसका गला दबा रहा है और यात्रियों के सवालों के जवाब भी वो नहीं दे रही थी. इससे यात्रियों को लगा शायद अंदर से कोई उसे पकड़े है और महिला की आवाज नहीं निकल पा रही. लोगों ने खिड़की से छांकने की कोशिश भी की लेकिन कुछ नहीं दिख पाया और स्थिति बिगड़ती जा रही थी. इस वजह से लोगों की शंका और बढ़ती जा रही थी कि कोई उसके साथ ज्यादती कर रहा है.