यूपी में महागठबंधनः BJP से टक्कर लेने के लिए सपा, कांग्रेस और रालोद ने मिलाए हाथ!
नई दिल्ली – शायद यूपी में इस बार सपा को भी लगने लगा है कि बीजेपी उसका पत्ता साफ करने वाली है इसलिए बीजेपी को टक्कर देने के लिए यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एसपी ने महागठबंधन कि ओर अपना कदम बढ़ा दिया है। सूत्रों के अनुसार, एसपी ने कांग्रेस और आरएलडी-जेडीयू को सीटों का ऑफर किया है। इस बारे में पहले भी कयास लगाए जा रहे थे लेकिन लगभग खत्म हो चुकी गठबंधन की संभावनाओं के बीच एक बार फिर सपा, कांग्रेस और रालोद के महागठबंधन को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। SP Congress and RLD alliance.
बिहार की रणनीति कितनी कारगर होगी यूपी में –
बिहार में महागठबंधन की ऐतिहासिक सफलता के बाद उसी फार्मूले को यूपी में दोहराने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल कांग्रेस के पास कुछ दलित वोट है। नीतीश कुमार के पास अति पिछड़ों को रिझाने का दमखम है तो मुलायम सिंह यादव के पास यादव और मुसलमान मतदाता है। अजीत सिंह इसमें जाटों के कुछ वोट जोड़ सकते हैं जो कई सीटों पर जीत के लिए निर्णायक हो सकता है। अगर यह ऐसा हो पाता है तो भाजपा विरोधी दल सूबे में एक मज़बूत गठबंधन खड़ा कर पाने में सफल होंगे और चुनाव पर इसका व्यापक असर पड़ेगा।
भाजपा को रोकने के लिए हो रहा महाठबंधन –
वैसे तो सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव सार्वजनिक तौर पर एकला चलो की बात कहते हैं पर पर्दे के पीछे गठजोड़ करने का गुणा-भाग करते रहते हैं। शिवपाल यादव ने जेडीयू को गठबंधन में साथ लाने कि कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हो सके। पिछले महीने अमर सिंह ने प्रशांत किशोर की मुलाकात मुलायम सिंह यादव से कराई थी और गठबंधन की बातचीत को आगे बढ़ाया था।
सूत्रों के अनुसार चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित पुस्तक के लोकार्पण समारोह में इस महागठबंधन की रूपरेखा तय हुई जहाँ सपा के संकटमोचक अमर सिंह, रालोद नेता अजीत सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, जदयू नेता शरद यादव, जनता दल (सेक्यूलर) के नेता देवगौड़ा मौजूद थे।
कुछ ऐसा होगा सीटों का बटवारा –
राजनीतिक जानकार कहते हैं कि जिस प्रकार से भाजपा यूपी चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है, उससे सपा कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती इसी वजह से सपा बिहार की तर्ज पर महागठबंधन के पक्ष में है। आपको बता दें कि 403 सदस्यीय यूपी विधान सभा में अभी सपा के 224, बसपा के 80, भाजपा के 47, कांग्रेस के 28 और रालोद के 9 विधायक हैं।
सूत्रों के मुताबिक गठबंधन के बाद 403 सदस्यीय विधान सभा सीटों के लिए समाजवादी पार्टी 301 विधान सभा सीटों कांग्रेस 80 और राष्ट्रीय लोक दल 22 सीटों पर उम्मीदवार अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। सूत्र बताते हैं कि गठबंधन की शर्तों के अनुसार सीएम का चेहरा अखिलेश यादव ही रहेंगे लेकिन अगर सरकार बनती है तो उप मुख्यमंत्री कांग्रेस से होगा।