गुप्त नवरात्रि में करेंगे ये 4 उपाय तो खुल जाएगी आपकी किस्मत, जाने कब से हो रहा है शुरू?
हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का अपना एक अलग महत्व होता है। देवी देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए लोग पूजा पाठ करते हैं और इसके विशेष दिन भी निर्धारित होते हैं। जी हां, देवी देवताओं के पूजा पाठ के लिए अलग अलग दिन या कोई फेस्टिवल निर्धारित होता है। जैसे दीवाली के दिन लक्ष्मी माता की पूजा अर्चना तो वहीं नवरात्रि में माता दुर्गा की। ऐसे में आज हम बात नवरात्रि की करने जा रहे हैं, लेकिन गुप्त नवरात्रि की। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
कब मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि?
गुप्त नवरात्रि आषाढ़ और माघ के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। इस बार यह नवरात्रि 5 फरवरी से शुरू होकर 13 फरवरी तक रहेगी और 14 फरवरी को इसका समापन है। इस दौरान भक्त जो भी माता से मांगते हैं, वो उन्हें ज़रूर मिल जाता है। हालांकि, इस नवरात्रि का ज़िक्र दो बड़ी नवरात्रियों की तरह नहीं किया जाता है, लेकिन अगर आप इस दौरान श्रद्धा से माता की पूजा करेंगे तो ज़रूर फल मिलेगा। तो चलिए हम आपको अब यह बताएंगे कि इस दौरान आपको क्या करना चाहिए, जिससे आपकी किस्मत खुल जाएगी।
गुप्त नवरात्रि के उपाय
अब हम आपको गुप्त नवरात्रि से जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने सारे बिगड़े काम बना सकेंगे –
मनपसंद वर के लिए
यदि आपकी शादी नहीं हो रही है या फिर आप मनपसंद जीवनसाथी से शादी करना चाहते हैं तो गुप्त नवरात्रि में नौ दिनों तक शिव मंदिर जाकर भगवान शिव और मां पार्वती पर गंगाजल और दूध से अभिषेक करने के बाद फूल, कलावा, दीपक, प्रसाद आदि ज़रूर चढ़ाएं। इसके अलावा भगवान शिव और मां पार्वती का गठबंधन कलावा से करे और इसके अलावा नीचे बताए गए मंत्र का 108 बार जाप करें।
मंत्र – ‘हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम।।
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धनलाभ के लिए
अगर आप आर्थिक रुप से कमज़ोर हैं और धनलाभ की कामना करते हैं, तो आपके लिए गुप्त नवरात्रि वरदान है। नवरात्रि के पहले दिन आपको घर में श्रीयंत्र का स्थापना करना है और इसके बाद उसकी रोज़ाना पूजा अर्चना करनी है। इसके साथ ही उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके रोज़ाना 108 बार ‘ॐ श्रीं श्रीये नम:’ का जाप करें।
इंटरव्यू या परीक्षा में सफलता में के लिए
यदि आप इंटरव्यू या परीक्षा में सफलता पाना चाहते हैं तो गुप्त नवरात्रि के नौ दिन आप माता की अराधना करें। इसके लिए एक लोटा में जल भरकर सफेद आसन पर पूर्व की तरफ दिशा करके सरस्वती चालीसा का पाठ करें। और इसके साथ ही चंदन के माला के साथ 108 बार ‘ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा’ जाप करे। और जब आप इंटरव्यू देने जाए तो उस माला को साथ में पहनकर जाएं।
गुप्त नवरात्रि के नियम
गुप्त नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना के कुछ नियम होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताए गया है –
1. सबसे पहले कलश रखें, फिर माता की मूर्ति स्थापित करें, जिस तरह से अन्य नवरात्रि में किया जाता है।
2. वेला मंत्र, दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। सुबह शाम दोनों समय दीपक जलाएं और आरती करें।
3. माता को सुबह फूल ज़रूर चढ़ाएं।
4. “ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाय विच्चे” का 108 बार जाप करें।