नरेंद्र मोदी: भारत भी सिनेमा की तरह बदल रहा है,अगर करोड़ों समस्याएं हैं तो करोड़ों समाधान भी है
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने शनिवार को कहा कि फिल्में और समाज एक दूसरे की परछाई है जिस प्रकार सिनेमा समय के साथ साथ बदल रहा है ठीक उसी प्रकार भारत भी समय के अनुसार बदलता जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा आप जो फिल्मों में देखते हैं वह सभी घटनाएं समाज में होती हैं जो समाज में घटनाएं घटित होती है वही आपको फिल्मों में देखने को मिलती है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया था उन्होंने कहा था कि देश सिनेमा की तरह ही बदल रहा है और अपने समाधान की तलाश कर रहा है अगर यहां पर करोड़ों समस्याएं है तो उन करोड़ों समस्याओं का समाधान भी मौजूद है नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि भारत की संस्कृति शक्ति में फिल्मों की अहम भूमिका है उन्होंने यह भी बताया था कि किस प्रकार विदेशी नेताओं के साथ अपनी बातचीत में भारतीय फिल्मों और उनकी लोकप्रियता देखकर वह आश्चर्यचकित रह गए थे उन्होंने फिल्म उद्योग को आश्वासन दिया है कि पायरेसी और छिपे कैमरे से रिकॉर्डिंग रोकने के लिए बहुत ही प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि फिल्मों को पूरा होने में 10 से 15 वर्ष तक लग जाते हैं सही मायने में देखा जाए तो मशहूर फिल्मों को इसलिए जाना जाता है कि उनको पूरा होने में कितना समय लगा है? परंतु अब फिल्में कुछ ही महीनों में पूरी हो जाती है आजकल की फिल्में तय समय सीमा में ही बन जाती है ठीक इसी प्रकार का कुछ सरकारी योजनाओं के साथ भी हो रहा है यह भी अब तय समय सीमा में पूरी की जा रही है।
इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि विदेशों के अंदर भी हमारे देश की फिल्में बहुत ही लोकप्रिय बन गई हैं उन्होंने बताया कि कुछ विश्व नेताओं को भारतीय गानों के पूरे पूरे बोल मुंह जबानी याद है लेकिन उनको भारतीय भाषा नहीं आती है प्रधानमंत्री मोदी जी ने पर्यटन को बढ़ावा देने में फिल्मों का बहुत बड़ा योगदान बताया है उन्होंने कहा कि जल्द ही फिल्म की शूटिंग और उससे जुड़ी मंजूरियों के लिए एकल खिड़की व्यवस्था तैयार की जाएगी।