संजय दत्त ने किया बाला साहब ठाकरे के बारे में चौंकाने वाला खुलासा, कहा- जब मैं जेल में था तब वह
23 जनवरी को बाल ठाकरे का 93वां जन्मदिन मनाया जाएगा और 25 जनवरी को उनकी लाइफ पर बनी फिल्म ‘ठाकरे’ रिलीज़ हो रही है. इस मौके को खास बनाने के लिए संजय दत्त ने बाल ठाकरे के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. दरअसल, बाल ठाकरे के जन्मदिन पर एक स्पेशल टीवी शो ‘मंचा मुजरा’ तैयार किया गया है जिसे उनके जन्मदिन पर टेलीकास्ट किया जाएगा. हाल ही में इस शो का एक प्रोमो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रोमो में संजय दत्त बाल ठाकरे से जुड़ी अपनी कुछ यादों के बारे में जिक्र कर रहे हैं.
पहली बार मां के मुंह से सुना था ठाकरे का नाम
संजय दत्त ने खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने पहली बार बाल ठाकरे का नाम अपनी मां के मुंह से सुना था. संजय ने बताया कि उनकी मां और बाल ठाकरे के बीच भाई बहन का रिश्ता था. इतना ही नहीं, 1993 मुंबई बम धमाकों में जब संजय दत्त को जेल हुई थी तब उनके पास रोजाना बाल ठाकरे साहब का मैसेज आता था. वह अक्सर यही कहते थे कि, “फिकर नहीं करने का, मैं हूं इधर”. बता दें, मुंबई बम धमाकों में संजय को अवैध रूप से हथियार रखने के जुर्म में जेल की सजा हुई थी. उस वक़्त पिता सुनील दत्त ने बाल ठाकरे से संजय दत्त की रिहाई के लिए मदद मांगी थी. उस दौरान उनकी मां नर्गिस दत्त यूएस में कैंसर का इलाज करवा रही थीं. नर्गिस ने अपने तीनों बच्चों को बुलाकर बोला था कि मुंबई में उनका एक भाई रहता है जिनका नाम बाल ठाकरे है. कोई भी जरूरत पड़े तो उनके पास चले जाना.
संजय- असल शेर थे साहब
संजय ने आगे बताते हुए कहा कि जेल से छूटने के बाद वह सिद्धि विनायक के दर्शन के बाद सीधे बाल ठाकरे के पास गए. उन्होंने कहा कि, “वे असल शेर थे. मुझे बहुत प्यार करते थे. वे पॉलिटिशियन थे लेकिन उससे ज्यादा देशभक्त थे. अगर किसी को प्यार करते थे तो खुलकर बोल देते थे. फिर चाहे वह इंसान अच्छा हो या बुरा. लेकिन गुस्सा आने पर उनसे बुरा कोई नहीं होता था”.
साहब का नाम सुनते ही भड़क उठे थे सुनील दत्त
संजय दत्त ने बताया कि उनके जेल जाने पर पिता सुनील दत्त बहुत परेशान थे और किसी भी तरह उनकी रिहाई करवाना चाहते थे. हालांकि वह खुद कांग्रेस नेता थे इसके बावजूद कोई उनकी मदद करने को तैयार नहीं था. वह पूरी तरह निराश हो चुके थे तभी उनके पास राजेंद्र कुमार पहुंचे. राजेंद्र कुमार, सुनील दत्त के खास मित्र हुआ करते थे. वह उनके समधी भी थे. बता दें, राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव की शादी सुनील दत्त की बेटी नम्रता से हुई है. राजेंद्र कुमार ने ही सलाह दी थी कि अगर वह संजय की रिहाई चाहते हैं तो उन्हें बालासाहब ठाकरे की मदद लेनी चाहिए. बालासाहब ठाकरे का नाम सुनते ही सुनील दत्त भड़क उठे और जोर-जोर से राजेंद्र कुमार पर चिल्लाने लगे. हालांकि, उन्होंने पहले तो मना कर दिया लेकिन बाद में उनकी मदद लेने को तैयार हो गए.
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