अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान पर साधा निशाना, कहा पाकिस्तान है आतंक का गढ़!
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति Ashraf Ghani ने रविवार को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार माना है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कितनी भी आर्थिक मदद कर दी जाये, लेकिन आतंक से तबाह हुए देशों की हालत को सुधारा नहीं जा सकता है और ना ही उन्हें मजबूत बनाया जा सकता है। गनी ने यह बात हार्ट ऑफ़ एशिया सम्मलेन इस्तांबुल प्रक्रिया में कही। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में आतंक के खिलाफ सैन्य अभियान केवल कुछ चुने हुए आतंकी ठिकानो पर ही किये गए हैं।
पाकिस्तान में है जंगल राज:
गनी ने आगे कहा कि पाकिस्तान में जंगल राज चल रहा है। तालिबान के एक आला अधिकारी ने हाल ही में यह साफ़ किया था कि अगर पाकिस्तान में सुरक्षित जगह ना मिले तो वहाँ पर एक महिना रहना भी बहुत मुश्किल है। गनी ने यह बात अफगानिस्तान के विकास पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान कही थी। आपको बता दें इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज भी हिस्सा ले रहे हैं।
पाकिस्तान दे रहा है 50 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद:
पाकिस्तान ने युद्ध में तबाह हुए अफगानिस्तान को फिर से बनाने के लिए 50 करोड़ डॉलर का दान दिया है, इसपर गनी ने पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया है। गनी ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज को प्रत्यक्ष रूप से कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप इस पैसे का इस्तेमाल पाकिस्तान में चरमपंथियों और आतंकियों से लड़ने में करेंगे। गनी ने भारत-पाकिस्तान के सीमा पर हो रहे आतंकी हमलों की समस्या के बारे में भी बात किया और कहा कि पूरी दुनियाँ को इस बारे में विचार करना चाहिए।
कुछ देश आज भी दे रहे हैं आतंकियों को पनाह:
गनी ने यह भी कहा कि पिछले साल हमारे देश में बहुत सारे लोग मारे गए जो किसी भी तरह से ठीक नहीं हुआ था। कुछ देश आज भी आतंकियों को पनाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ कई पक्षिमी देशों और दक्षिण एशिया एवं मध्य एशिया के राजनेता आये हुए हैं तो मैं इस सम्मलेन में किसी के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप के लिए नहीं आया हुआ हूँ। उन्होंने यह सवाल किया कि आतंकवाद को रोकने के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं, वह यह जानना चाहते हैं।
मोदी ने पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष रूप से साधा निशाना:
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर ही उसपर आतंक को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस वजह से दक्षिण एशिया में अशांति का माहौल बना हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी को आतंकवाद के खिलाफ मजबूत होना होगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ शांति के लिए बात करने से कुछ नहीं होगा शांति को बरकरार रखने के लिए कुछ कठोर कदम उठाने पड़ेंगे।
आतंकवाद से निपटने के लिए कठोर कदम की जरुरत:
मोदी ने कहा कि सिर्फ आतंकवादियों के खिलाफ कदम उठाने से कुछ नहीं होगा, दुनियाँ को जरुरत है कि उसके खिलाफ कदम उठाया जाये, जो उन्हें धन और रहने के लिए सुरक्षित जगह देते हैं। गनी ने बिना किसी शर्त के अपने देश की सहायता करने के लिए भारत की काफी सराहना की है।