केरल में खिलेगा कमल, रच दिया जायेगा इतिहास बीजेपी की है गणित !
केरल में खिलेगा कमल, रच दिया जायेगा इतिहास बीजेपी की है गणित !
नई दिल्ली- केरल में सभी राजनितिक दलों ने होने वाले 16 मई को विधानसभा चुनाव के लिए अपनी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है । कांग्रेस नेतृत्व वाली सत्ताधारी पार्टी यूडीएफ ‘ सीपीएम नेतृत्व वाली एलडीएफ और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन पूरी ताकत के साथ अपने अपने चुनाव प्रचार में लगी हुईं है। यूडीएफ गठबंधन में केरल कांग्रेस(एम) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ‘ इंडियन मुसलिम लीग केरल कांग्रेस (जैकब) और जनता दल (यूनाईटेड) चुनाव लड़ रहे हैं । एलडीएफ में माक्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी जनता दल (सेकुलर ) राष्ट्रवादी नेशनल कांग्रेस केरल (थामस) भारतीय कांग्रेस (समाजवाद) तथा इंडियन नेशनल लीग शामिल हैं ।इसके अलावा तीसरा विकल्प भारतीय जनता पार्टी और भारतीय धर्मा जना सेना (बीडीजेएस) का गठबंधन चुनाव में दो दो हांथ करने के लिए मैदान में है ।
केरल विधानसभा में कुल 140 सीटें है । अभी तक के इतिहास में कोई भी खाता ना खोल पाने वाली भारतीय जनता पार्टी केरल में अपने आप को तीसरे विकल्प के रूप में साबित करने में लगी है । बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान पीएम मोदी ने सम्भाल रखी है । पीएम मोदी को कल तक केरल में ताबड़ तोड़ पांच रैलियों को सम्बोधित करना है । इससे पैहले अध्यक्ष अमित शाह और राजनाथ सिंह ने चुनाव प्रचार की कमान सम्भाल रखी थी।
केरल सीएम ओमान चांडी और कांग्रेस के लिए ये चुनाव महत्व पूर्ण माना जा रहा है ।
16 मई को होने वाले मतदान में सरकार के 18 कैबिनट मंत्रीयों की किस्मत दांव पर लगी हुई है । जिसमें 8 कांग्रेस के 10 अन्यदलों के गठबंधन वाले शामिल हैं । शराब की सबसे जादा खपत केरल में है । सरकार ने शराब बन्दी का चुनावी वादा किया है । इससे उन्हे महिलाओं का समर्थन हासिल हो गया है, लेकिन पुरूष और बार मालिकों ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए चुनाव हराने का फैसला कर लिया है । इस फैसले से बारमालिक सरकार से खासा नाराज हैं और सभी से यूडीएफ को वोट ना देने की अपील की है ।
जब की शराब की खपत कम होने से बढते क्राईम में और घरेलू हिंसा में कमी आई है । इस चुनाव में बीजेपी को नेतसन जो कि केरल के जानेमाने शराब करोबारी हैं उनका साथ मिला है । इस चुनाव में कांग्रेस के पास गिनाने के लिए कोई उपलब्धियां भी नही हैं । बेहद चर्चित सौर ऊर्जा घोटाले मामले में ओमान चांडी का नाम आने के बाद भी अपना कार्यकाल पूरा करने वाले सफल कांग्रेसी मुख्यंमंत्री रहे । इससे पैहले 1982 से 87 तक करूणाकर ऐसा करने वाले अन्तिम कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे जिन्होने कोच्ची हवाई मेट्रो ‘ बिजिंघम बंदरगाह ‘ कन्नूर हवाई अड्डा जैसी सफल परियोजना बनाई थी ।